NBR/ Ranchi/Mandar
एक तरफ देशभर में जहां आये दिन हिंदू-मुस्लिम के बीच छोटी-मोटी बात पर विवाद उत्पन्न होने की खबरें आती हैं, वहीं चान्हो प्रखंड के सोंस गांव से सुकून देनेवाली खबर आई है। श्रीरामनवमी के अवसर पर सोंस गांव में लगाए गए महावीरी झंडे को कुछ शरारती बच्चों ने रात के अंधेरे में फाड़ दिया। लेकिन, मुस्लिम समाज के कुछ अमन पसंद लोगों ने माहौल को बिगाड़ने से संभाल दिया। इसमें चान्हो थाना प्रभारी विवेकानंद दूबे की भी अहम भूमिका रही।
बच्चों ने बढ़ाई बात, नौजवानों ने संभाला मामला
दरअसल, श्रीरामनवमी को लेकर सोंस के चौक-चौराहों पर महावीरी झंडे लगाए गए हैं। बुधवार सुबह टहलने निकले लोगों ने देखा कि सोंस व्यापार मंडल के पास पांच-छह झंडे को फड़कर फेंक दिया गया है। पूछताछ करने पर पता चला कि मुस्लिम समुदाय के कुछ बच्चों ने ऐसा किया है। यह खबर जंगल की आग की तरह तुरंत पूरे गांव में फैल गई। प्रतिक्रिया में लोग जमा होने लगे। लेकिन, इस बीच मुस्लिम समुदाय के कुछ अमन पसंद नौजवान आगे बढ़े और बोले कि दुनिया में ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसका समाधान बातचीत और प्रेमभाव से नहीं हो सकता है।
दोषियों को सजा देने का भी वादा किया
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दूसरे धर्म का सम्मान करने तथा दोषियों को सजा देने की बात कही। इसके बाद उनलोगों ने भाईचारे की मिसाल देते हुए खुद महावीरी झंडा खरीदकर स्थापित किया और एक-दूसरे की धार्मिक भावना का सम्मान करने का संकल्प लिया। साथ ही, किसी भी स्थिति मंे आपसी भाईचारा बनाकर रखने की बात कही।
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