NIA Raids in Piparwar : राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) ने शुक्रवार को टेरर फंडिंग (Terror Funding) और कोलडंप (Coal Dump) से अवैध वसूली (Illegal Recovery) से जुड़े मामले में चतरा जिले (Chatra Distric) के टंडवा (Tandwa Block) प्रखंड उपप्रमुख बबलू सागर मुंडा (Bablu Sagar Munda) समेत दर्जनों लोगों के यहां छापेमारी की है। इस छापेमारी में NIA को मामले से संबंधित कई अहम दस्तावेज मिलने की खबर आ रही है। NIA ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।
NBR/ Khalari
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार देर रात सीसीएल (CCL) के पिपरवार एरिया (Piparwar Area) की मगध-आम्रपाली परियोजना (Magadh Amrapali Project) से जुड़े टेरर फंडिंग Terror Funding) मामले में बड़ी कार्रवाई की। NIA ने चतरा जिले (Chatra District ) के टंडवा प्रखंड (Tandwa Block) के उपप्रमुख बबलू सागर मुंडा समेत कई लोगों में यहां छापेमारी की। इनमें प्रमुख रूप से बिलारी में जानकी महतो के घर, नरेश गंझू, रोहन गंझू, बेंती में महेंद्र मुंडा के घर, महेंद्र एंड कंपनी सहित कई अन्य शामिल हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने छापेमारी के दौरान एक आदमी को हिरासत में भी लिया है। इसके अलावा नकदी और कई घरों से कुछ अहम दस्तावेज बरामद होने की भी सूचना आ रही है। समाचार लिखे जाने तक छापेमारी जारी थी।
गिरफ्तार टीपीसी
कमांडर की सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
पुलिस द्वारा गिरफ्तार 10 लाख रुपए के इनामी प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीपीसी (TPC) के जोनल कमांडर भीखन गंझू (Bhikhan Ganjhu) को एनआईए ने एके-47 रायफल (AK-47 Ryphal) की खरीद और टेरर फंडिंग मामले में भीखन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। पछताछ में भीखन ने टेरर फंडिंग के नेटवर्क का खुलासा किया था, तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि कोल डंप संचालन समिति के नाम पर कोयला व्यवसायियों से अवैध वसूली कर उग्रवादी संगठनों तक पैसा पहुंचानेवाले लोगों पर एनआईए कार्रवाई कर सकती है। बताते चलें कि क्षेत्र में विस्थापन के नाम पर क्षेत्र के कुछ दबंग और सफेदपोश लोग कोल डंप संचालन समिति बनाकर कोयला व्यवसायियों से अवैध वसूली करते हैं, इसका बड़ा हिस्सा उग्रवादी सगंठनों तक पहुंचाया जाता है।
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