NBR | Khunti
झारखंड में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई (PLFI) के लिए बुधवार का दिन नुकसानवाला साबित हुआ। खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड में कोटा गांव के पास स्थित बाड़ेबुरु जंगल (Bedeburu Jangal) में उसका Regional Commander लाका पाहन उर्फ विशाल जी (Laka Pahan or Vishal jee) Police Encounter में मारा गया। यह मुठभेड़ सुबह उस वक्त हुई, जब उग्रवादियों से Encounter के बाद पुलिस Search Opretion चला रही है।
लाका पाहन फाइल। |
मुठभेड़ स्थल पर पड़ा लाका का शव व खड़े पुलिसवाले। |
61 मामलों
में था वांटेड
61 मामलों में पुलिस को लाका पाहन की
तलाश थी। उसके खिलाफ खूंटी व चाईबासा जिलों
के विभिन्न थानों में हत्या, दुष्कर्म, लेवी, आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए समेत कई संगीन केस
दर्ज हैं।
इनमें अकेले खूंटी जिले में 45 केस दर्ज हैं। 2019 में सब जोनल कमांडर जीदन गुड़िया के मारे जाने के बाद लाका को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लाका
वर्ष 2012 से 2019 तक जेल में था। जेल से छूटने के बाद वह खूंटी,
रांची व चाईबासा जिले में आतंक का पर्याय बन गया था। शहर के व्यवसायियों को लेवी के लिए धमकी
देता था।
लाका ने पिछले साल रांची के प्रसिद्ध कारोबारी वीरेंद्र प्रधान से दो करोड़ रुपए की
लेवी मांग कर सनमनी फैला दी थी। पुलिस काफी दिनों से उसके पीछे
पड़ी हुई
थी। कई बार मुठभेड़ में
वह बच निकला था।
एनकाउंटर में लाका के मारे जाने के बाद खूंटी
एसपी अमन कुमार समेत कई पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर कैंप किए
हुए थे।
छऊ नृत्य देखने आया था लाका
Khunti Sp Aman Kumar ने मीडिया
को बताया कि मंगलवार की रात को
कोटा गांव की तलहटी में स्थित
बाड़ेबुरु जंगल के पास
छऊ नृत्य का आयोजन किया गया था। हमें
सूचना मिली थी
कि लाका उसमें आ रहा था। जांच में सूचना सही निकली, उसके बाद Murhu ASP
(Opretion) Ramesh Kumar, SDPO Amit Kumar और मरहू थाना प्रभारी विक्रांत कुमार के नेतृत्व में एक
टीम बनाकर
छापेमारी के लिए भेजा गया। पुलिस अहले सुबह साढ़े 5 बजे छऊ नृत्य कार्यक्रम स्थल पर पहुंची।
पुलिस को देखकर लाका अपने दो-तीन साथियों के साथ बाड़ेबुरु जंगल की ओर भागने लगा। पुलिस ने उनका पीछा किया,
तो वे पुलिस
पर गोली चलाने लगे। उस वक्त वहां छऊ नृत्य देखने के लिए एक हजार से अधिक लोग मौजूद थे। गोली
की आवाज सुनकर ग्रामीणों में अफरा-तरफी मच गई। कुछ ही देर में पुलिस ने लाका
को मार गिराया,
लेकिन उसके बाकी के साथी भागने में सफल हो गए।
खूंटी पुलिस ने लाका पर इनाम के लिए मुख्यालय को भेजा
था प्रस्ताव
खूंटी एसपी के
मुताबिक, मुठभेड़ के बाद
घटनास्थल से नाइन एमएम की
एक पिस्टल समेत छह जिंदा कारतूस, 13 खोखा, तीन स्मार्ट फोन, 11 कीपैड फोन, 66 सिम
कार्ड, एक बैग, एक पर्स व संगठन का चंदा रशीद बरामद हुआ
है। लाका
की गिरफ्तारी के लिए उस पर इनाम घोषित करने के लिए खूंटी पुलिस की
ओर से पुलिस मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया था,
जो अभी स्वीकृत
नहीं हुआ
था ।
2008
में PLFI में शामिल हुआ था लाका
नवंबर 2008 में लाका ने खूंटी के सिलादो गांव में PLFI के लादेन लोहरा उर्फ कानू लोहरा के समक्ष संगठन की सदस्यता ली थी।खूटीं थाने में सबसे पहले 11 जनवरी 2009 को उसके खिलाफ अपहरण का केस दर्ज हुआ था। इसके बाद 31 जनवरी 2009 को उसने खूंटी के डुगडिया में चार लोगों की हत्या कर सनसनी फैला दी थी। 9 जून 2012 को वह पुलिस के हत्थे चढ़ा, तो 22 जनवरी 2020 को जमानत पर जेल से छूटा। 14 साल के अपने अपराध की दुनिया में वह आठ साल जेल में रहा। लाका मूल रूप से मारंगहादा थाना क्षेत्र के पतराटोली गांव का रहने वाला था
पैसे देकर कराता था छऊ नृत्य का आयोजन
लाका छऊ नृत्य का प्रेमी था। संगठन ने उसे खूंटी, मुरहू व पश्चिम सिंहभूम के बंदगांव इलाके को
सौंपा था। उसके सहयोग से मुरहू के कोटा गांव में हर साल छऊ नृत्य कार्यक्रम का आयोजन होता था।
इस कार्यक्रम में वह
खुद भी शामिल होता था। इस साल भी उसके सहयोग से ही छऊ नृत्य का आयोजन हुआ
था। हालांकि, ग्रामीण इससे इंकार करते हैं। लेकिन, पुलिस सूत्रों का दावा है की लाका के सहयोग से ही छऊ नृत्य हो
रहा था।
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