अलबर्ट एक्का चौक पर शिव बारातियों के स्वागत के तैयार केंद्रीय सरना समिति और चडरी सरना समिति के पदाधिकारी। |
राजधानी रांची में दिखी सरना-सनातन की एकता
अलबर्ट एक्का चौक पर शिवबरातियों को अंगवस्त्र देकर और माला पहनाकर स्वागत किया गया
Ranchi : महाशिवरात्रि के अवसर पर शनिवार को राजधानी रांची के अलबर्ट एक्का चौक पर सरना-सनातन एकता का सुखद दृश्य देखने को मिला। यहां केन्द्रीय सरना समिति और चडरी सरना समिति ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम आयोजित कर मेन रोड अलबर्ट एक्का चौक होकर गुजरनेवाले शिवबरातियों का गर्मजोशी से स्वागत। केन्द्रीय सरना समिति (kendriye sarna samiti) एवं चडरी सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने शिवबरातियों को अंग-वस्त्र देकर और पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। साथ ही, उन्हें बोतल बंद पानी पिला कर विदा किया। इस दौरान हर-हर महादेव के नारे लगते रहे।
भगवान शिव पहले आदिवासी
केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष श्री बबलू मुंडा ने कहा कि देवाधिदेव महादेव के बिना आदिवासी समाज अधूरा है। भगवान महादेव इस धरती पर खुद एक आदिवासी हैं। इसलिए, उन्हें आदिदेव, आदिनाथ और आदियोगी कहा जाता है। आदि का अर्थ सबसे प्राचीन प्रारंभिक, प्रथम और आदिम। बबलू मुंडा ने कहा कि महादेव को जगत गुरु भी कहा जाता है। देवाधिदेव महादेव ही संसार के कल्याणकर्ता हैं। महादेव के आदर्श मानव कल्याण है। बबलू मुंडा ने देवाधिदेव महादेव से राज्य की सुख समृद्धि और कल्याण की कामना भी किया।
आयोजन में इनका रहा योगदान
कार्यक्रम में चडरी सरना समिति (chadari sarna samiti) के केंद्रीय अध्यक्ष बबलू मुंडा (Bablu Munda), चडरी सरना समिति के प्रधान महासचिव सुरेंद्र लिंडा, मुख्य सलाहकार कुमोद कुमार वर्मा, सबलू मुंडा, कृष्णकांत टोप्पो, राजेश मुंडा, राहुल मुंडा, विक्की मुंडा, शंकर लिंडा, प्रेम लिंडा मुन्ना लकड़ा, मृणाल सिंन्हा, गुड्डू पहान,चिकू लिंडा, सबलू खान, उदय मुंडा, विक्की मुंडा, आकाश मुंडा, आशीष लिंडा, बादल नायक,बन्टी मुंडा, बादल लिंडा, अनुप हेमरोम, अशोक मुंडा, अमनदीप मुंडा विकास संगा, बादल नायक आदि उपस्थित थे।
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