दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) नेता मनीष सिसोदिया से लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने (Manish Sisodia CBI Investigation) रविवार (26 फरवरी को) को गिरफ्तार कर लिया। आबकारी नीति मामले (Delhi Liquor Scam Case) में एजेंसी ने उन पर कार्रवाई की है। पिछले समन पर सिसोदिया ने दिल्ली के बजट का हवाला देकर कुछ दिन की मोहलत मांगी थी, जो उन्हें मिली। हालांकि, सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) पहले ही आशंका जता चुके थे कि सिसोदिया की गिरफ्तारी हो सकती है। गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल ने कहा कि मनीष बेकसूर हैं। उन्हें परेशान करने के लिए उनकी गिरफ्तारी की गई है। जानकारी के अनुसार, सिसोदिया की गिरफ्तारी सबूत नष्ट करने मामले में की गई है। सीबीआई जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि मनीष सिसोदिया अपने मोबाइल फोन से बात नहीं करके दूसरे के नाम पर लिए गए अलग-अलग 11 नंबरों से बात करते हैं। जांच में वह सहयोग नहीं कर रहे थे। सीबीआई कल (27 फरवरी) पहले उनकी स्वास्थ्य जांच कराएगी, उसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेने की मांग करेगी।
आप ने कहा- तानाशाही की इंतेहा
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सिसोदिया की गिरफ्तारी को तानाशाही की इंतेहा बताया। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। कहा- आपने एक नेक इंसान और सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को गिरफ़्तार करके अच्छा नहीं किया मोदी जी। भगवान भी आपको माफ नहीं करेगा। एक दिन आपकी तानाशाही का अंत जरूर होगा मोदी जी। आप की ही विधायक आतिशी मार्सेला ने कहा कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी बीजेपी सरकार, बीजेपी की सीबीआई और बीजेपी की जांच एजेंसियों की हताशा में की गई कार्रवाई है। जनता सबकुछ देख रही है, समझ रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि साल भर से सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन मनीष सिसोदिया के घर से या उनके कार्यकाल से कुछ नहीं मिला। यह मामला कोर्ट में एक दिन भी नहीं टिकेगा। दूसरी ओर, भाजपा यही कोशिश करेगी कि ज्यादा से ज्यादा दिनों तक मनीष सिसोदिया को जेल में रखा जा सके।
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