महिला पार्षदों के बीच भी जमकर हुई मारपीट। एक-दूसरे का बाल खींचकर मारा। आप विधायक आतिशी पर अपने पार्षदों को मारपीट के उकसाने के आरोप सहित घटना के 5 वीडियो खबर के नीचें देखें... |
नगर नियम अधिनियम के तहत विधानसभा या लोकसभा की तरह पार्षदों पर लागू नहीं होता दलबदल कानून, न ही ह्विप जारी करने का प्रावधान
स्टैंडिंग कमेटी के लिए आखिर इतना मथ फुटौव्वल क्यों
1. 16 हजार करोड़ रुपए का है दिल्ली नगर निगम का बजट
2. बैगर स्टैंडिंग कमेटी की मंजूरी के योजनाएं लागू करना संभव नहीं है, कमेटी में अलग-अलग क्षेत्रों से चुनकर आए कुल 31 सदस्य होते हैं
3. अभी 31 में से 13 पर आप का कब्जा है, 10 भाजपा और 2 कांग्रेस के पास है, लेकिन उप राज्यपाल ने 2 सदस्यों को मनोनीत कर दिया है, इसके बाद भाजपा के 12 मेंबर हो गए हैं, बाकी बचे 6 सदस्यों में से 4 पर आप चाहती है कि उसके पार्षद जीतें
AAP-BJP Councillors Clash : Delhi MCD यानी दिल्ली महानगरपालिका में Municipal Election के बाद से जो कुछ हो रहा, वह केवल दिल्लीवालों के लिए ही नहीं, बल्कि हर उस भारतीय को शर्मसार करनेवाली घटना है, जो घंटों कतार में भूखे-प्यासे खड़े रखकर अपना वोट डालता है। दिल्ली एमसीडी के सदन के अंदर जो कुछ हो रहा है, वह भारतीय लोकतंत्र का आधुनिक चेहरा है। कौन सही और कौन गलत है, यह न्यूज एजेंसी ANI सहित अन्य एजेंसियो द्वारा जारी वीडियो को देखकर आप खुद समझ सकते हैं। मैंने कुछ वीडियो यहां अपलोड किया है, जिन्हें आप देख सकते हैं। इससे पूर्व चलिए पूरी घटना को समझने की कोशिश करते हैं। पिछले साल दिसंबर में दिल्ली नगर निगम का चुनाव हुआ था। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी यानी (AAP) के 134 पार्षद जीतकर आए। जबकि, 15 साल से एमसीडी को चला रही भाजपा (BJP) के 106 पार्षद ही जीत सके और सत्ता से बाहर हो गई। इसके बाद मेयर-डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए तीन बार बैठक बुलाई गई, लेकिन हंगामे के कारण चुनाव नहीं हो सका। अंततः सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 22 फरवरी को मेयर-डिप्टी मेयर का चुनाव तो हो गया। लेकिन, जैसे ही स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ। भाजपा के पार्षदों ने पोलिंग बूथ में मोबाइल फोन और पेन ले जाने पर आपत्ति जताई। लेकिन, आप की नवनिर्वाचित मेयर शेली ओबेरॉय ने वोटिंग जारी रखने का आदेश दिया। इसके बाद भाजपा पार्षदों ने यह कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया कि जब मेयर-डिप्टी के चुनाव में फोन और पेन ले जाने पर रोक था, तो अभी कैसे छूट दे गई। तब तक 47 वोट पड़ चुके थे। मेयर और आप के पार्षद हर हाल में चुनाव कराने पर अड़े हुए थे। इसके बाद दोनों ओर से हाथापाई शुरू हो गई। पूरी रात रुक-रुक कर हंगामा होता रह। इस दौरान 13 बार सदन की कार्यवाही स्थगित की गई। पूरी रात गुजर गई। पार्षद सदन में ही सो गए। 23 फरवरी की सुबह सदन में ही नाश्ता किए। फिर मेयर ने 24 फरवरी नए सिरे से चुनाव कराने की घोषणा कर सदन स्थगित कर दी।
मेयर ने भाजपा का एक वोट रद्द कर दिया
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार (24 फरवरी ) को स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हुआ। चुनाव में आप की ओर से चार, जबकि भाजपा की ओर से तीन पार्षद मैदान में थे। जीत के लिए प्रत्येक को 36-36 वोट की जरूरत थी। मतों की गिनती के बाद तीन प्रत्याशी आप के और तीन भाजपा के जीत रहे थे। चुनाव आयोग की ओर से उपस्थित प्रतिनिधि ने इस पर अपनी सहमति दे दी, लेकिन मेयर शेली ओबेरॉय ने उसे नजरअंदाज कर भाजपा के एक वोट को रद्द करके आप के चार और भाजपा के दो प्रत्याशियों के जीत की घोषणा कर दी। यह सुनते ही भाजपा पार्षद भड़क गए और हंगामा करने लगे। दोनों ओर से मारपीट शुरू हो गई। कुछ पार्षद मेयर की टेबल की ओर बढ़ने लगे, मार्शल उन्हें रोक ही रहे थे कि कुछ पार्षद उनके साथ मारपीट करने लगे। पुरुष तो पुरुष महिला पार्षद भी आपस में गुत्थमगुत्थी हो गईं। एक-दूसरे का बाल खींच कर जमीन पर पटक कर मारने लगीं। भाजपा की ओर दावा किया गया कि उसके 10 से अधिक पार्षद घायल हुए हैं, जबकि आप की ओर से कहा जा रहा है कि भाजपा पार्षदों ने मेयर पर हमला किया और उसके एक बुजुर्ग पार्षद को इतना पीटा कि वह सदन में गश खाकर गिर गए।
सदन में आप का कब्जा, भाजपा का एक पार्षद आया तो उसे बुरी तरह पीटा
हंगामे के बाद भाजपा के सारे पार्षद सदन से बाहर चले गए थे। उसके बाद कुछ देर तक पूरे सदन में आप पार्षदों का कब्जा हो गया था, सभी अपनी-अपनी सीट पर बैठ गए थे। इसी बीच भाजपा का एक पार्षद अंदर आया, तो उसे देखते ही आप के पार्षद उस पर टूट पड़े। कई पार्षदों ने मिलकर पहले दौड़ा-दौड़ाकर उसे पीटा, उसके बाद उसे जमीन पर पटककर लात-घूसों से मारा।
27 को फिर से चुनाव कराने की घोषणा कर देर रात मेयर पहुंचीं थाना
हंगामा शांत होने के कुछ देर बाद मेयर शेली ओबरॉय सदन में लौटीं और 27 फरवरी को फिर से चुनाव कराने की घोषणा करके अपने सारे पार्षदों को लेकर रात में ही कमलानगर मार्केट थाने के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गईं। ये लोग सदन में मारपीट करने के लिए भाजपा पार्षदों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। रात 11 बजे के करीब थाना परिसर में धरने पर बैठे आप पार्षदों को पुलिस ने धक्का देकर बाहर निकाला और गेट बंद कर दिया।
सदन में थे आप के कई विधायक
एमसीडी के सदन में आप के कई विधायक स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के दौरान मौजूद थे। भाजपा पार्षदों का आरोप है कि ये लोग वाट्सएप के जरिए मेयर को दिशा-निर्देश दे रहे थे और मेयर उसी अनुसार काम कर रही थीं। आप की विधायक आतिशी मार्सेला का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें ऐसा लग रहा है कि वह अपनी एक महिला पार्षद को मारपीट करने के निर्देश दे रही हैं। आतिशी ने जैसे ही उसके कान में निर्देश दिया, तुरंत उसने भाजपा के एक पार्षद के गाल पर थप्पड़ जड़ दिया, उसके बाद अन्य पार्षदों के साथ मारपीट करने लगी।
भाजपा ने की सीबीआई जांच की मांग
भाजपा के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने पूरी घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने कहा कि इस मामले पर शनिवार (26 फरवरी) को कोर्ट में अर्जी लगाई जाएगी। अब वीडियो के जरिए पूरे मामले को समझने का प्रयास करते हैं।
AAP-BJP fight reached police station and CBI inquiry demanded
मेयर के मंच की ओर बढ़ते BJP पार्षद (पीला बंडी में)
सदन के अंदर आए एक भाजपा पार्षद को पीटते आप के पार्षद
अपने पार्षदों को भाजपा पार्षदों पर हमले का निर्देश देतीं विधायक आतिशी
लाल घेरे में निर्देश देती आतिशी (ऊपर वीडियो देखिए)। |
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