GA4-314340326 भ्रष्ट इंजीनियर वीरेंद्र राम का परिवार पानी भी पीता है फ्रांस का, बीवी-बेटे ने ईडी अफसरों पर झाड़ी धौंस

भ्रष्ट इंजीनियर वीरेंद्र राम का परिवार पानी भी पीता है फ्रांस का, बीवी-बेटे ने ईडी अफसरों पर झाड़ी धौंस

वीरेंद्र राम (फाइल फोटो)

35 हजार रुपए की शर्ट और एक बार में तीन रुपए का पानी पीते हैं वीरेंद्र के बेटे  और बीवी

Ranchi (Jharkhand):  झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विकास विभाग के इंजीनियर इन चीफ वीरेंद्र राम (Virendra Ram Engineer in chief Rural work Development) के ठिकानों से सवा 100 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति मिलने के बाद ईडी ने उसे गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन छापेमारी के दिन ईडी के अफसरों के साथ किए गए वीरेंद्र राम की पत्नी राजकुमारी और बेटे आयुष के व्यवहार को लेकर मीडिया में जो बातें छनकर आ रही हैं, उससे तो यही लग रहा है कि वे लोग इस बात से एकदम निश्चिंत हैं कि इस छापेमारी का उनके ठाट-बाट पर कोई असर पड़ेगा। यही कारण है कि छापेमारी करने गए ईडी के अफसरों से आयुष ने कहा कि कपड़ों को हाथ मत लगाना। जानते तो इनकी कीमत। इस ब्रांड का नाम भी सुने हो। एक-एक शर्ट 35 से 40 हजार रुपए के हैं। जबकि, राजकुमारी ने ईडी के अफसरों को बाहर से मंगाए गए खाने के पैकेट को टेबल रखने से यह कहते हुए रोक दिया कि इतना महंगा टेबल खाने के पैकेट रखने से गंदा हो जाएगा।   

परिजनों पर है धन का नशा

वीरेंद्र राम के परिवार पर धन का ऐसा नशा सवार है कि वह पानी भी अपने देश का नहीं पीकर फ्रांस से इपोर्टेड बोतल बंद पानी पीता है। ED छापेमारी के दौरान उसके घर से मिलीं पानी की बोतलों की कीमत भारत में प्रति बोतल तीन सौ रुपए है। उधर, ईडी ने वीरेंद्र राम को कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद पांच दिनों के लिए रिमांड पर ले लिया है। इस दौरान उससे सघन पूछताछ होगी। वीरेंद्र राम के पिता और पत्नी के बैंक खाते में 5.70 करोड़ व 3.59 करोड़ रुपए जमा होने का पता चला है। ये रुपए RK Investment और RP Investmen and consultant के खाते से इनके खाते में ट्रांसफर हुए हैं। इडी ने दोनों फर्म के संचालक राजेश कुमार केडिया और रीना पाल से इस संबंध में पूछताछ की है।

वीरेंद्र राम के बयान से झारखंड की राजनीति में आएगा भूचाल

ईडी की वीरेंद्र राम से जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ रही है। नेता, ठेकेदार और अफसर की मिलीभगत से पब्लिक का पैसा लूटनेवालों की कलई खुल रही है। दरअसल, वीरेंद्र राम की मूल नियुक्ति राज्य के सिंचाई विभाग में है, लेकिन जोड़तोड़ और कमाकर अपने ऊपर बैठे नेताओं-अफसरों तक भरपूर रकम पहुंचाने की गुणों की वजह उसने अपनी पोस्टिंग सबसे मलाईदार विभाग कहे जानेवाले ग्रामीण कार्य विकास विकास में करा ली थी। अब जब ईडी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है। वीरेंद्र राम से उपकृत होनेवाले नेताओं और अफसरों की सांसे फूल रही हैं। इससे लग रहा है कि आनेवाले दिन में झारखंड की राजनीति में भूचाल आना तय है। इस मामले पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर उंगली उठाया है। साथ ही, फास्टट्रेक कोर्ट का गठन कर जल्द-जल्द से वीरेंद्र राम को सजा दिलाने और नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है। हालांकि, राज्य सरकार ने वीरेंद्र राम के निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

ये भी पढ़ेवीरेंद्र राम की संपत्ति देख खुली रह जाएंगी आपकी आंखें


ग्रामीण कार्य विकास विभाग के चीफ इंजीनियर के 20 ठिकानों पर ईडी का छापा


ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के लिए मुसीबत बनेंगे वीरेंद्र राम

Post a Comment

please do not enter any spam link in the comment box.

और नया पुराने