कार्यशाला में शामिल प्रशिक्षु व कृषि वैज्ञानिक। |
Namkum (Ranchi) : भारतीय कृषि जैव प्रोद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Agricultural Biotechnology, Namkum) में गुरुवार (23 फरवरी) को “जलीय कृषि पद्धति से आजीविका और पोषण सुरक्षा में वृद्धि” विषय पर आदिवासी उपयोजना (TSP) के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हुई। इसका उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ. सुजय रक्षित (Director Dr. Sujay Rakshit) ने किसानों को एक्वाकल्चर (Aquaculture) की नई तकनीकों से मछली पालन में बढ़ोतरी करने के लिए प्रेरित किया। संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक और नोडल अफसर डॉ. बिप्लव सरकार ने कार्यशाला की रूपरेखा के बारे में किसानों को बताया। प्रधान वैज्ञानिक व कार्यक्रम के सह-समन्वयक डॉ. सौमेन नस्कर ने मत्स्य क्षेत्र में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं पर चर्चा की। सयुंक्त निर्देशक (शैक्षणिक) डॉ. विजय पाल भडाना ने बताया कि मत्स्य पालन के जरिए देश में नीली क्रांति को बढ़ाया जा रहा है। पूर्वोतर के राज्य इसमें अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम के संचालक सीनियर साइंटिस्ट डॉ. संजय कुमार गुप्ता ने इस प्रशिक्षण कार्यशाला के महत्त्व पर प्रकाश डाला। मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र, रामकृष्ण मिशन के प्रशिक्षण आयोजक डॉ. अरुण भक्ता व उद्यमी (बायोफ्लॉक फार्मिंग) अभिषेक कुमार ने विभिन्न विषयों पर प्रस्तुति दी। धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मदन कुमार ने किया।
ट्रैफिक नियमों के पालन की शपथ लेते स्टूडेंट्स। |
दुर्घटना से बचाव का एक मात्र विकल्प जागरूकता: सुनील तिवारी
Namkum (Ranchi) : बरगांवा के प्रोजेक्ट हाई स्कूल में नामकुम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील तिवारी के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान थाना प्रभारी सुनील तिवारी नेम स्कूल के छात्रों को सड़क सुरक्षा को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि दुर्घटना से बचने का मात्र एक ही विकल्प है, जागरूकता से से बचा जा सकता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि सड़क के नियम पालन करना उतना ही जरूरी है जितना अन्य कार्य करना शामिल है। इस मौके पर स्कूल की प्राचार्य, सब इंस्पेक्टर धीरज कुमार, एएसआई राजेश कुमार राय, विकास कुमार दुबे सहित अन्य शामिल थे।
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