रितिक को बचाने की कोशिश करते परिजन वह पर्यटन कर्मी। |
Angara (Ranchi): हजारीबाग के शर्मा परिवार के सात सदस्यों के लिए हुंडरू फॉल (Hundru Fall) रविवार को कब्रगाह बन जाता, लेकिन यहां के पर्यटन कर्मियों ने आज फिर अपनी सक्रियता और बहादुरी से सभी की जान बचा ली। दरअसल, हजारीबाग (Hazaribagh) के मटवारी (Matwari) में रहनेवाले विनय कुमार शर्मा, नंदलाल शर्मा, कौशल किशोर शर्मा, आयुश्री कुमारी, रितिक कुमार, रुद्र कुमार शर्मा सहित परिवार के नौ सदस्य हुंडरू फॉल घूमने आए थे। इनमें 5 महिलाएं व 4 पुरुष थे। ये लोग स्कॉर्पियो से शाम को पावर हाउस टू की तरफ से अंदर आए। शाम चार बजे के करीब पानी के डेंजर जोन जोगिया दह के पास पत्थर पर खेल रहा कौशल किशोर शर्मा का 9 साल का बेटा रुद्र कुमार शर्मा फिसलकर पानी में गिर पड़ा और डूबने लगा। कौशल ने पानी में बेल्ट फेंककर रुद्र को बचाने की कोशिश की, लेकिन रुद्र बेल्ट पकड़ नहीं सका। इसी बीच भाई को डूबता देखकर रितिक ने पानी में छलांग लगा दी। वह भी डूबने लगा तो बहन आयुश्री दोनों को बचाने के लिए पानी में कूद गई। लेकिन, इनमें कोई तैरना नही जानता था, एक- दूसरे को डूबता देख परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी और सभी डूबने लगे।
पानी से निकालने के बाद एक बच्ची को बचाने का प्रयास करते परिजन। |
महिलाएं जोर जोर से चिल्लाने लगीं
अपने परिवार के सात सदस्यों को एक साथ डूबता देखकर महिलाएं मदद के लिए चिल्लाने लगीं। उनकी आवाज सुनकर बगल में चेतावनी विसिल बजा रहे पर्यटनकर्मी रंजन बेदिया ने अपने अन्य साथियों को बुलाया और खुद उन्हें बचाने के लिए पानी में कूद पड़ा। रंजन की आवाज सुन बगल में ही गश्त लगा रहे अन्य पर्यटनकर्मी बुधराम बेदिया, महेश्वर बेदिया, स्थानीय दुकानदार रामकुमार बेदिया व जितू बेदिया ने जान की परवाह किए बगैर गहरे पानी में छलांग लगा दी। पानी में डूब रहे सभी सात लोगों को सकुशल बाहर निकाला गया।
शर्मा परिवार की जान बचाने वाले पर्यटनकर्मी। |
एक घंटे तक CPR देकर रितिक की जान बचाई
डूब रहे सात सदस्यों को बचाने के क्रम में पचीस साल के रितिक कुमार 25 फीट गहरे पानी में डूब चुका था। पर्यटनकर्मियों ने बेहोशी की हालत में उसे बाहर निकाला। बाहर निकालने पर रितिक की सांसे बंद हो रही थी। पर्यटनकर्मियों ने तत्काल उसको जमीन में लेटाकर करीब एक घंटे तक cpr (कृत्रिम सांस) तकनीकी से आक्सीजन देकर उसकी जान बचाई। सभी सदस्यों को बेहतर ईलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। मौके पर सहयोग करने वालों में रामकुमार बेदिया, जीतू बेदिया, बालेश्वर बेदिया, राजकिशोर प्रसाद, हरिचरण बेदिया, विष्णु कुमार बेदिया, विवेक महतो, शफीक अंसारी आदि योगदान रहा।
Seven family members jumped one by one in Hundru fall
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