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परियोजना प्रबंधक विनय अंगीरा को सम्मानित करते एमडी |
अनिल कुमार चौधरी / Angara (Ranchi) स्वर्ण रेखा जल विद्युत परियोजना सिकिदिरी द्वारा वर्ष 2021-22 में किये गये रिकार्ड 150 करोड़ रूपये की बिजली का उत्पादन (303एमयू) मिलियन यूनिट करनेवाले यूनिट के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। बुधवार को सिकिदिरी स्थित श्रम कल्याण भवन में आयोजित सम्मान समारोह में
मुख्य अतिथि झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के प्रबंधक निदेशक मनीष कुमार ने परियोजना से जुड़े 250 पदाधिकारी और कर्मचारियों को सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि वित्त निदेशक मधुप कुमार, जीएम एचआर सुनील दत्त् खाका, ईडी जेवीएनएल राकेश रौशन थे। वर्ष 2021-22 में वर्तमान परियोजना प्रबंधक विनय अंगिरा के नेतृत्व में 303 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया था।
इस तरह का और प्लांट की बनाने की जरूरत: एमडी
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एमडी मनीष कुमार |
एमडी मनीष कुमार ने कहा- 303 मिलियन यूनिट उत्पादन एक आकड़ा नहीं है, बल्कि कर्मचारियों और अधिकारियों के द्वारा मील का पत्थर स्थापित किया गया है। हम सभी एक परिवार के सदस्य होने के नाते टीम वर्क के जरिए इससे भी अधिक बिजली उत्पादन करने का प्रयास करेंगे। प्रदूषण मुक्त बिजली उत्पादन करने वाला यह जल विद्युत परियोजना राज्य का अनमोल धरोहर है। उन्होने लोगों से जल संरक्षण के साथ-साथ पौधरोपण कर पर्यावरण को बचाने का आह्वान किया। कहा की इस तरह का और प्लांट को बनाने की जरूरत है। इन्होंने कार्यरत कर्मचारियों को चिकित्सा भत्ता शीघ्र उपलब्ध कराने का भी आश्वसन दिया। इस अवसर पर परियोजना प्रबंधक विनय अंगिरा, तकनीकी महाप्रबंधक कुमुद रंजन सिन्हा, वित्तीय महाप्रबंधक जयंत प्रसाद, आईटी के महाप्रबंधक बसंत रूंडा, एचआर के महाप्रबंधक अमर नायक, सीनियर मैनेजर संजय सिंह, प्रवीण कुजूर, प्रदीप शर्मा, किशोर कुमार मंडल, ओपी गुप्ता,प्र काश कुमार दास, प्रदीप कुमार साहू, रणधीर कुमार, अनुराग आशीष, रवीन्द्र कुमार, रोहित कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।
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सम्मान समारोह में उपस्थित अतिथि |
झारखंड के बनने के 22 सालों बाद वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वर्णरेखा जल विद्युत परियोजना सिकिदिरी ने रिकार्ड 150 करोड़ रूपये के बिजली का उत्पादन किया। 303 मिलियन यूनिट(एमयू) बिजली का उत्पादन किया गया। झारखंड बनने के बाद अधिकतम उत्पादन 270 एमयू वर्ष 2011-12 में हुआ था। सिकिदिरी जलविद्युत परियोजना के निर्माण के बाद यह सिर्फ दूसरा अवसर है, जब बिजली का उत्पादन 300 एमयू को पार किया। संयुक्त बिहार में वर्ष 1994 में सिकिदिरी से 300 एमयू का बिजली का उत्पादन किया गया था। मालूम हो कि सिकिदिरी हाइडल प्रोजेक्ट में 65-65 मेगावाट का दो पावर प्लांट है। दोनों पावर प्लांट से प्रतिदिन पीक ऑवर में पांच घंटे तक 130 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। गेतलसूद नहर से छोड़े गए पानी से ही सिकिदिरी में दो जगह बिजली का उत्पादन होता है। पहले पावर प्लांट एक में बिजली का उत्पादन होता है, इसके बाद यही पानी पावर प्लांट दो में जाकर बिजली का उत्पादन करती है। एक ही खर्च पर दो पावर प्लांट से बिजली का उत्पादन हो रहा है। |
जीएम एचआर अमर नायक को सम्मानित करते एमडी |
कैसे हुआ रिकॉर्ड उत्पादन ..सिकिदिरी परियोजना के वरीय प्रबंधक संजय सिंह बताते है, वर्ष 2021 में हुई अच्छी बारिश व मशीन के ब्रेकडाउन नहीं होने से बिजली का रिकॉर्ड उत्पादन हो पाया। पूरी टीम लगातार मेहनत करती रही। झारखंड राज्य बनने के बाद पहली बार बिजली का रिकार्ड उत्पादन हुआ है। ज्ञात हो कि वर्ष 2021 में पहली बार मई माह से ही बारिश शुरू हो गई थी। जिस कारण बिजली का लगातार उत्पादन होता रहा।
सबसे कम खर्च में बिजली का उत्पादन
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सम्मान समारोह में उपस्थित अन्य अधिकारी |
सिकिदिरी हाइडल प्रोजेक्ट से बिजली का प्रति यूनिट उत्पादन खर्च 80 पैसा से एक रुपए के बीच आता है। प्रोजेक्ट इस उत्पादित बिजली को 4 रुपए प्रति यूनिट बेचती है। प्रतिदिन आवर में पांच घंटे बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। दूसरी ओर, झारखंड सरकार पिक आवर में अन्य निजी हाइडल व थर्मल बिजली कंपनी से दस रुपए से अधिक कीमत पर प्रति यूनिट बिजली खरीदती है।
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