GA4-314340326 कांके में टाटा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का उद्घाटन, सीएम बोले- यह अस्पताल अपने काम से देश में मिल का पत्थर साबित हो

कांके में टाटा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का उद्घाटन, सीएम बोले- यह अस्पताल अपने काम से देश में मिल का पत्थर साबित हो

कैंसर अस्पताल का उद्घाटन करते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व अन्य।
Kanke (Ranchi):  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कांके स्थित रिनपास कैंपस में नवनिर्मित कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर रांची (Cancer Hospital and Research center, Ranchi) का उद्घाटन किया। टाटा ट्रस्ट के इस कैंसर अस्पताल के उद्घाटन समारोह में सीएम ने कहा कि टाटा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर रांची ऐसा काम करे कि यह पूरे देश के लिए मिल का पत्थर साबित हो। उन्होंने कहा कि राज्य में कैंसर के इलाज की सुविधा नहीं के बराबर थी, इस कारण राज्य के लोगों को दूसरे राज्यों में इलाज कराने जाना पड़ता था। इसे ध्यान में रखकर सरकार कैंसर अस्पताल के निर्माण और बेहतर संचालन के लिए प्रयासरत थी। यह अस्पताल राज्य की जनता को समर्पित है। इसके लिए उन्होंने टाटा ट्रस्ट के प्रति आभार जताया। कहा-यह ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने कहा कि कैंसर रोगियों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है, उसी गति से इनके इलाज की दिशा में काम करने की जरूरत है। उन्होंने कैंसर हॉस्पिटल में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य उपकरण की उपलब्धता तथा नवीनतम तकनीक के साथ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने से आमजन को लाभ मिलने की बात कही। उन्होंने कहा कि एयर एंबुलेंस जैसी सुविधा प्रारंभ होने से लोगों को इसका लाभ मिलने लगा है। कैंसर अस्पताल के बगल में ही मेडिको सिटी का रोडमैप बनकर तैयार हो चुका है। जल्द ही इसकी आधारशिला रखी जाएगी। सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, चीफ सेक्रेटरी सुखदेव सिंह, एसीएस अरुण कुमार सिंह, सचिव वंदना दादेल, विनय कुमार चौबे तथा टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी नोएल टाटा, सीईओ सिद्धार्थ शर्मा, एमडी टीवी नरेंद्रन, चाणक्य चौधरी, अर्पणा, डायरेक्टर डॉ. एमएम पांडेय तथा अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ नवनिर्मित रांची कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं को देखा। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कैंसर हॉस्पिटल के शुरू होने से इलाज और जागरूकता लाने में बेहतर कार्य हो सकेगा। साथ ही प्रारंभिक जांच होने से लोगों को काफी लाभ मिलेगा।                

मिलेगी वर्ल्ड क्लास ट्रीटमेंट सुविधा 

 टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी नोएल नवल टाटा ने कहा कि इस हॉस्पिटल में वर्ल्ड क्लास कैंसर ट्रीटमेंट की सुविधा मिलेगी। इसी उद्देश्य से टाटा ट्रस्ट ने झारखंड में इसकी स्थापना की है। कैंसर रोगियों को नजदीक में गुणवत्तापूर्ण और किफायती इलाज सुनिश्चित कराना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है। कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग भी कराई जा रही है, ताकि कैंसर के बोझ को कम करने में सहायता हो। उन्होंने राज्य सरकार के साथ ही अन्य संगठनों, जिन्होंने सेंटर की स्थापना में सहयोग दिया है, के प्रति चेयरमैन रतन टाटा की ओर से आभार प्रकट किया। 

फिलहाल एक बार में 82 इंडोर मरीजों का होगा इलाज 

बताते चलें कि यह हॉस्पिटल अत्याधुनिक सुविधाओं और उपकरणों से सुसज्जित है। यहां विभिन्न कैंसर रोगों से ग्रस्त लगभग पांच हजार मरीजों का इलाज प्रतिवर्ष हो सकेगा। फिलहाल यहां 82 इंडोर मरीजों के इलाज करने की सुविधा है। साथ ही नियमित ओपीडी की व्यवस्था भी है। इसका शिलान्यास रतन टाटा और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 10 नवंबर 2018 को किया था। अक्टूबर 2022 से यहां अनौपचारिक तौर पर ओपीडी और इंडोर इलाज आरंभ हो गया।  शुक्रवार को औपचारिक उद्घाटन के बाद कार्य पूर्ण गति से हो सकेगी। इसका लाभ झारखंड सहित आसपास के राज्यों के कैंसर पीड़ित मरीजों को मिलने लगेगा। यहां कैंसर के सभी टेस्ट और इलाज जैसे रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी सहित सारी सुविधाएं अत्याधुनिक उपकरण सहित उपलब्ध हैं। विभिन्न कैंसर रोगों के विशेषज्ञ भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है।      

   टाटा मेडिकल सेंटर कोलकाता और झारखंड राज्य आरोग्य सोसाइटी के बीच एमओयू     

  उद्घाटन समारोह में टाटा मेडिकल सेंटर कोलकाता और झारखंड राज्य आरोग्य सोसाइटी के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इसके तहत राज्य के मरीजों को कोलकाता स्थित टाटा सेंटर में कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। एमओयू पर डॉ. संजीव कुमार अग्रवाल और भुवनेश प्रताप सिंह ने हस्ताक्षर किए।       

स्थानीय सांसद-विधायक को नहीं मिला आमंत्रण      

 कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर रांची के उद्घाटन समारोह में स्थानीय सांसद संजय सेठ और विधायक समरी लाल को आमंत्रण नहीं भेजा गया। सांसद संजय सेठ ने कहा कि रतन टाटा जी ने इस हॉस्पिटल का निर्माण करवाया है, किंतु सरकार विज्ञापन तक में उनको याद करना भूल गई। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। तत्कालीन सीएम रघुवर दास जी ने टाटा ट्रस्ट को कैंसर हॉस्पिटल के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराया था।किंतु सरकार सबकुछ भूलकर श्रेय लेने की होड़ में जुटी है। जबकि इनके द्वारा बायो वेस्ट मैनेजमेंट संबंधी कंसेंट सर्टिफिकेट स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से देने में की गई देरी के कारण हॉस्पिटल के उद्घाटन में विलंब हुआ है।

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