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बीसा के मंडा शिव पूजा में शामिल जैलेन्द्र कुमार |
Angara (Ranchi) बीसा में शुक्रवार को एक दिवसीय शिवमंडा पूजा संपन्न हो गया। शिव मंडा पूजा में 15 भोक्ता और 15 सोक्ताईन शामिल हुए।
मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह मंदिर निर्माण समिति के मुख्य संरक्षक जैलेन्द्र कुमार व विशिष्ट अतिथि ग्रामप्रधान संघ के रांची जिलाध्यक्ष उमेश कुमार बड़ाईक थे। पूजा दिगंबर दास गोस्वामी व पुजारी छेदिया पहान ने संपन्न कराया। बीसा में शिव मंदिर के निर्माणाधीन होने के कारण इस वर्ष नौ दिवसीय शिवमंडा पूजा का धार्मिक अनुष्ठान नही किया गया। एक दिन की सांकेतिक अनुष्ठान कर मंडा पूजा को संपन्न कराया गया। इस मौके पर अध्यक्ष दिलीप पाहन, उप मुखिया संजय भोगता, सचिव संजय लोहरा, कोषाध्यक्ष कपिल बड़ाइक, बरतु भोगता, रमेश मुंडा, शालिग्राम बड़ाइक, सोमरा लोहरा, विजय उरांव, बिनोद पाहन, अन्दू पाहन, गोंदा लोहरा, गणेश मुंडा, समल मुंडा, बंधन पाहन, शम्भू बड़ाइक, चंदन बड़ाइक, सुनील लोहरा, कार्तिक मुंडा, अनिल बड़ाईक, जलेश्वर पहान, सुखनाथ महली, जग्गू महली, धनेश्वर महली, विनय बड़ाईक, नारायण बड़ाईक, जादूवीर बडाइक सहित अन्य उपस्थित थे।
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जैलेन्द्र कुमार |
जैलेन्द्र कुमार ने बताया कि पिछले कुछ समय से जन सहयोग से मंदिर का निर्माण जारी है। जनवरी तक मंदिर निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। राममंदिर के साथ ही बीसा मंदिर का प्राणप्रतिष्ठा किया जाएगा। अभी ईट जुड़ाई का काम पूर्ण हुआ है। निर्माण पूरा होने के बाद भव्य रूप से कलश यात्रा कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके बाद रामकथा का भी आयोजन किया जाएगा। इसी मंदिर के साथ साथ कडरूटोली में निर्माणाधीन बजरंग बली मंदिर का निर्माण भी पूर्ण किया जाएगा। अगले वर्ष से भव्य शिवमंडा पूजा का आयेाजन होगा।
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उमेश कुमार बड़ाईक |
उमेश कुमार बड़ाईक ने कहा कि बीसा पंचायत पहली बार इस तरह का भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। मंदिर के निर्माण से लोगों में काफी खुशी व उत्साह है। लोग बढ़-चढ़कर मदद कर रहे है। मंदिर का निर्माण आपसी सहयोग व श्रमदान से किया जा रहा है।
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निर्माणाधीन शिवमंदिर |
जैलेन्द्र कुमार के प्रयास से बीसा में भव्य शिव मंदिर का निर्माण जारी है। कई दशक से मंदिर अधूरा पड़ा था। मंदिर के पुर्ननिर्माण को लेकर जैलेन्द्र कुमार ने ग्रामीणों ने साथ बैठक कर इसे कार्यरूप दिया। मंदिर निर्माण को लेकर एक बड़ा सहयोग जैलेन्द्र कुमार ने दिया। जैलेन्द्र कुमार बताते है देश में धार्मिक पुर्नजागरण का काल चल रहा है। बीसा गांव में मंदिर के नही होने से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही थी। मंदिर निर्माण के बाद प्रत्येक दिन मंदिर में पूजा-पाठ के लिए भी लोग आगे आएंगे। इससे सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार तेजी से होगा। गौरतलब बात तो यह है की मंदिर का मुख्य पुजारी पाहन होगा। यह मंदिर सरना-सनातन के एकजुटता का प्रतीक है। सरना सनातन को कोई अलग नही कर सकता है।
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