जेसीबी से गिराया गया चहारदीवारी व घर। |
आरोप गलत है, हम अपनी पुश्तैनी जमीन बचाने गए थे: उपप्रमुख
अनगड़ा थाने में आवेदन देने पहुंची उपप्रमुख वीणा देवी |
क्या है मामला...
बाहया के खाता सं- 67 के 89 डिसमिल भूखंड पर धनंजय सिंह का दो कमरे का मकान और चहारदीवारी बना हुआ है। सहदेव महतो का कहना है कि उक्त भूखंड उनकी खतियानी जमीन है। गलत डीड बनाकर उनकी जमीन पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। आरोप है कि 17 जुलाई को नामकुम उपप्रमुख वीणा देवी अपने पति सहदेव महतो व अपने कुछ सहयोगियों के साथ उक्त भूखंड पर पहुंचीं और घर-चहारदीवारी को जेसीबी से ध्वस्त करा दिया। घटना के वक्त धनंजय सिंह भूखंड पर मौजूद थे। इसी मामले को लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
ध्वस्त की जा रही चहारदीवारी व मौके पर खड़ी उपप्रमुख की कार। |
नामकुम उपप्रमुख वीणा देवी ने कहा-मेरी छवि घूमिल करने के लिए षडयंत्र रचा गया है। मेरे ऊपर लगाया गया आरोप झूठा व मनगढ़ंत है। मैं जनप्रतिनिधि हूं। गलत कर ही नहीं सकती। उक्त भूखंड मेरा खतियानी है। फर्जी डीड के सहारे सीएनटी भूखंड को जेनरल बनाकर कब्जा किया गया। खतियानी रैयत के एक ही वंशज से पूरी जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई है। इसी का विरोध कर रहे हैं। इधर, धनंजय सिंह ने बताया कि उक्त भूखंड का अद्यतन रसीद उनकी मां दौलत देवी के नाम से कट रही है। भूखंड को सहदेव महतो की बुआ विधवा दशमी देवी के हिस्से के भूखंड को खरीदा गया था। पोजिशन भी मेरा ही है। म्यूटेशन भी हो गया है। कहीं कोई विवाद नहीं है। वीणा देवी ने भूखंड के लिए 15 लाख रुपए रंगदारी मांगी थी, नहीं देने पर भूखंड पर बने चहारदीवारी व घर को जेसीबी से जमींदोज करा दिया। इससे मुझे 15 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। वर्ष 2018 से ही उक्त भूखंड पर मकान व चहारदीवारी बने हुए थे। अगर, मामला गलत था तो पांच साल तक विरोध क्यों नहीं हुआ। धनंजय सिंह ने बताया कि वीणा देवी ने धमकी दी है कि विरोध किया, तो इसी भूखंड पर जिंदा गाड़ देंगे। इसी खाता की 1.11 एकड़ भूमि को पूर्व में ही सहदेव महतो के पिता सोहन महतो बेच चुके हैं।
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