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गेतलसूद डैम |
अनिल कुमार चौधरी/angara(ranchi) झारखंड विद्युत वितरण निगम द्वारा स्वर्णरेखा नदी में स्थित गेतलसूद डैम में वर्ल्ड बैंक की मदद से 800 करोड़ की लागत से 150 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। इस योजना की कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। वर्ष 2018 में ही यह प्रक्रिया शुरू किया गया था। इसके लिए झारखंड विद्युत वितरण निगम और सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) के बीच एमओयू भी हुआ। सेकी को ही इस प्लांट का निर्माण करना है। जल संसाधन विभाग ने भी इसके लिए एनओसी दे दी है। टेंडर प्रक्रिया का भी निबटारा हो गया है। बताया गया कि गेतलसूद डैम के बीच में करीब 11 सौ हेक्टेयर एरिया के बीच पीलर लगाकर पैनल लगायी जाएगी। राज्य सरकार की सौर ऊर्जा नीति के अनुसार अगले पांच वर्षों में झारखंड के तीन दर्जन से ज्यादा डैम और जलाशयों के ऊपर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाना है। जिससे लगभग डेढ़ हजार मेगावाट बिजली उत्पादन करने का लक्ष्य है। इसी योजना के तहत राज्य का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट स्वर्णरेखा नदी पर बने चांडिल डैम में बनाया जाना है। यहां 600 मेगावाट का प्लांट बनना है। तेनुघाट डैम में भी 400 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट बनना है। इन दोनों प्लांट का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत होगा।
खिजरी विस सहित पूरा रांची होगा रौशन: विधायक राजेश कच्छप
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पानी के बीच में लगाया जाएगा सोलर प्लांट |
बोकारो और गुमला में ऊपरी शंख डैम में भी फ्लोटिंग पावर प्लांट लगाये जाने से संबंधित प्लान का ड्राफ्ट ऊर्जा विभाग ने राज्य सरकार के पास भेजा है। जेरेडा द्वारा जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू की गयी है। इस संबंध में
खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने बताया कि गेतलसूद डैम में 150 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगने से पूरे खिजरी विधानसभा सहित राजधानी रांची में निर्बाध विद्युतापूर्ति होगी, यह एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, इससे बिजली की समस्या से स्थायी रूप से निजात मिलेगी।
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