मोनेट कोल वाशरी की निरीक्षण करती एनजीटी की टीम। |
Dakra (Ranchi): मोनेट डेनियल कोल वाशरी केडीएच (Monet Denial Coal washery, KDH) द्वारा प्रदूषण फैलाने, नदी और सड़क का अतिक्रमण करने की शिकायत पर कंपनी को दिए गए निर्देशों का पालन हो रहा या नहीं, यह देखने गुरुवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की टीम KDH स्थित मोनेट कोल वाशरी पहुंची। एनजीटी की टीम के साथ रांची उपायुक्त राहुल सिन्हा (Ranchi DC Rahul Sinha) भी थे। टीम ने मोनेट वाशरी के कोयला स्टॉक की बाउंड्रीवॉल, सीएचपी के कन्वेयर बेल्ट के हुड, साइडिंग में पौधरोपण, सोनाडुबी नदी के किनारे गार्डवाल निर्माण आदि का निरीक्षण किया। एनजीटी प्रिंसिपल बेंच नई दिल्ली के आदेश के अनुपालन में पर्यावरण प्रदूषण को लेकर डीसी निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीसी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले छह महीने से मोनेट को दिए निर्देश के अनुसार काम हो रहा या नहीं इसकी टीम मॉनिटरिंग कर रही है। इस दौरान राजीव रंजन अपर निदेशक पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय, वैज्ञानिक तौफीक आलम, गोपाल कुमार, क्षेत्रीय पदाधिकारी, झारखंड स्टेट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के प्रतिनिधि, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के प्रतिनिधि के अलावा मोनेट के महाप्रबंधक देवेंद्र सिंह, उप महाप्रबंधक मनोज स्वाईं आदि उपस्थित थे।
NGT team inspected Monet Coal Washery, saw whether the management was following its orders or not
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