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बीच सड़क में आग जलकार रोड किया जाम |
अनिल कुमार चौधरी/angara(ranchi) सिकीदिरी थाना क्षेत्र के ढेलुआ खूंटा में एलईडी बल्ब चोरी का आरोप लगाकर दो आदिवासी युवकों की सिकिदिरी निवासी नीलकांत प्रसाद ने जमकर पिटाई की गई। दोनों को लाठी से पीटा गया। इस निर्मम पिटाई से ढेलुआ खूंटा निवासी उमेश मुंडा(23) पिता दुबे मुंडा की मौत हो गई। जबकि बबलू मुंडा गंभीर रूप से घायल हो गया। उमेश का शव नीलकांत प्रसाद के घर के पीछे से सिकिदिरी थाना की पुलिस ने बरामद की। दोनेां एलईडी बल्ब की कीमत मात्र तीन सौ रूपये है। इधर उमेश की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह 11 बजे सिकिदिरी-ओरमांझी पथ को आरोपित के घर के सामने ढेलुवाखूंटा के समीप जाम कर दिया। और आरोपित के घर में तोडफोड़ की। बहुत मशक्कत के बाद पुलिस ने मामले को संभाला। इधर बीच सड़क में टायर व लकड़ी जलाकर सड़क जाम किया गया। काफी प्रयास के बाद भी आक्रोशित भीड़ जब जाम हटाने को तैयार नही हुई तो शाम पांच बजे रैप के जवानों के पहुंचने पर भी जाम लगा रहा। इसके बाद पुलिस लाठी चार्ज की तैयारी करने लगी। सामूहिक प्रयास से मृतक की विधवा को चालीस हजार रूपया मुआवजा दिया गया इसके आधा घंटा बाद जाम हटा। साढ़े छह घंटा रोड जाम रहा। जाम के दौरान सड़क के दोनों किनारे दो किमी से अधिक वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी। यह मार्ग रांची को धनबाद, बोकारो से जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग है।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सिल्ली डीएसपी ख्रीस्टोफर केरकेटटा, ओरमांझी थानेदार राजीव कुमार सिंह, अनगड़ा थानेदार दिलेश्वर कुमार, सिकिदिरी थाना प्रभारी सत्यप्रकाश रवि ने आक्रोशित लोगों का रोड जाम हटाने का आग्रह किया लेकिन ग्रामीण नही माने। उग्र भीड़ आरोपित नीलकांत प्रसाद को भीड़ के हवाले सौंपने की मांग कर रहे थे। इधर सुबह में ही सिकिदिरी थाना की पुलिस ने आरोपित नीलकांत प्रसाद व उसकी पत्नी को गिरफतार कर लिया। |
मृतक उमेश मुण्डा |
क्या है मामला--घटना शुक्रवार की सुबह छह हुई। नीलकांत प्रसाद ने अपने घर के बाहर बने नवनिर्मित होटल में लगे एलईडी बल्ब चोरी करने का आरोप लगाते हुए उमेश मुंडा और बबलू मुंडा को थाना ले जाने के नाम पर उसके घर से उठाकर दोनों को अपने घर ले गया। दोनों को लाठी से पीटने लगा। दोनों युवक लगातार बोलते रहे कि हमने बल्ब की चोरी नहीं की है। लेकिन फिर पिटाई जारी रही। इसके बाद उमेश मुंडा पिटाई से नीलकांत के घर के समीप गिर गया। बबलू मुंडा को उसने भगा दिया। इधर बबलू ने बताया कि नीलकांत ने उमेश मुंडा के शव को घर के पीछे बाड़ी के घने झाड़ी में फेंक दिया। इसके बाद मृतक उमेश के स्वजन उसे दिन भर खोजबीन करते रहे। नीलकांत से पूछने पर उसने बताया कि उमेश कहीं चला गया है। अंततः शुक्रवार की रात 10 बजे परिजन इसकी शिकायत लेकर सिकिदिरी थाना पहुंचे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नीलकांत को पकड़ कर थाने ले गई। शनिवार की सुबह करीब 10 बजे उमेश का शव नीलकांत प्रसाद के घर के पीछे बाड़ी में देखा। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को बरामद किया। कई ग्रामीणों ने बताया कि घटना से एक दिन पहले उमेश अपनी पत्नी के बकाया मजदूरी की मांग करने नीलकांत के पास पहुंचा था। नीलकांत ने मजदूरी नही दी तो गुस्से में उमेश ने नवनिर्मित होटल में लगे एलइडी बल्ब को खोलकर ले जाने की बातें कही थी। सुबह में बल्ब गायब था। इसी आधार पर नीलकांत दोनों को घर से पकड़कर ले आया व मारपीट की। कई ग्रामीणों ने बताया कि नीलकांत काफी गुस्सैल स्वभाव का है। अनेक लोगों से मारपीट कर चुका है।
घायल बबलू मुण्डा के बेहोश होते ही उग्र हुए ग्रामीण, आरोपित के घर में की तोड़फोड़ |
घायल बबलू मुण्डा |
बबलू मुण्डा के बेहोश होते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गये। शाम पांच बजे के समीप मारपीट में घायल बबलू मुण्डा जाम स्थल के पास बेहोश होकर गिर गया। बबलू का इलाज भी नही किया गया था। उसे अंदरूनी चोट लगी थी। इससे ग्रामीण और उग्र हो गये। गुस्से में आरोपित के घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। कुछ समाजिक कार्यकर्ता व पुलिस ने मामले को गंभीर होने से बचा लिया। इधर मृतक की पत्नी मुनी देवी ने नीलकांत प्रसाद के खिलाफ पति उमेश मुंडा का अपहरण और हत्या करने का आरोप लगाते हुए सिकिदिरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
मृतक की विधवा को चालीस हजार रूपये की दी गई सहायता
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मामले का समाधान निकालने के लिए वार्ता करते सोमनाथ मुण्डा व जैलेन्द्र कुमार |
मृतक की विधवा मुनी देवी को तत्काल चालीस हजार रूपये की मुआवजा राशि प्रदान किया गया। सिकिदिरी थाना प्रभारी सत्यप्रकाश रवि ने बीस हजार, खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने प्रतिनिधि दिनेश प्रमाणिक को भेजकर दस हजार व अनगड़ा अंचल कार्यालय से सीआई रमेश रविदास ने दस हजार की मदद की गई।
गणमान्य लोगों के प्रयास से हुआ मामला शांत
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इसी घर के अंदर मारा गया उमेश को |
विभिन्न राजनीतिक दल के नेता व सामाजिक कार्यकर्ताओें ने प्रयास से मामला शांत हुआ। हालांकि इन लोगों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की। जिन गणमान्य लोगों की मदद से मामला शांत हुआ इसमें बीओसी डब्लू कल्याण बोर्ड के मेंबर पारसनाथ भोगता, भाजपा नेता जैलेन्द्र कुमार, कांके प्रमुख सोमनाथ मुंडा, विधायक प्रतिनिधि के रुप में दिनेश प्रमाणिक, पंचू तिर्की, तुलसी खरवार, रमेश उरांव, सांसद प्रतिनिधि सुजीत कुमार, कुरमी नेता रामपोदो महतो, श्रवण कुमार मुण्डा, बिनोद रजवार, मुखिया राजेन्द्र बेदिया, राजेश पाहन, सिकंदर रजवार, फागु मुण्डा, समाजसेवी प्रकाश यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही।
इस घटना को लेकर क्या है लोगों की प्रतिक्रिया
खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि यह घटना मानवता को शर्मसार करनेवाली है। मात्र तीन सौ रूपये के बल्ब के लिए बेरहमी से पिटाई व हत्या। आरोपित को सख्त से सख्त सजा मिले। सरकारी प्रावधान के अनुसार पीड़ीत परिवार को मदद किया जाएगा।
कांके के प्रखंड प्रमुख सोमनाथ मुण्डा ने बताया कि निंदनीय घटना। मेरे पास घटना के लिए शब्द नही है। मेरी सरकार से मांग है कि स्पीडी ट्रायल कर आरोपित को सजा दिलाये। बेसहारा विधवा व उसके दोनों बच्चों को समाज आगे आकर मदद करे।
भाजपा नेता जैलेन्द्र कुमार ने कहा कि सरकार पीडृ़ीत परिवार को तीस लाख रूपये मुआवजा, सरकारी नौकरी व मृतक के बच्चों को बेहतर शिक्षा की व्यवस्था करें।
बीओसी डब्लू कल्याण बोर्ड के मेंबर पारसनाथ भोगता ने बताया कि इस घटना के बाद पीड़ीत परिवार को सहारे की जरूरत है। दोषी को कानून के अनुसार सजा मिलेगी ही। लेकिन पीड़ीत परिवार का भविष्य कैसे सुधरे इसको लेकर प्रशासन काम करे। मेरा भी प्रयास होगा श्रम विभाग से लाभ दिला सकें।
सांसद प्रतिनिधि सुजीत कुमार ने बताया कि राज्य सरकार पीड़ीत परिवार को गोद ले। जिससे बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
कुरमी नेता रामपोदो महतो ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में सिकिदिरी थाना की भूमिका संदिग्ध रही है। ऐसे अधिकारी को चिन्हित कर इनके खिलाफ कारवाई करने की जरूरत है।
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