GA4-314340326 उषा मार्टिन विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

उषा मार्टिन विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

 angara(ranchi)  झारखंड सरकार के योजना व विकास विभाग और उषा मार्टिन विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे दो दिवसीय “विश्व परिवर्तन के समाधान के लिए संचार और नवाचार” पर चल रहा दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को समापन हो गया। उषा मार्टिन विवि सभागार अनगड़ा में आयोजित इस सम्मेलन में छह विषयों पर विशेषज्ञों ने अपने अपने विचार रखा। पहले दिन शोधार्थी, प्रोफेशनल एवं शिक्षकों ने सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा, उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा और जलवायु परिर्वतन जैसे विषयों पर शोध पत्रों की प्रस्तुति दी। विशेषज्ञ डा. मनीष कुमार, डायरेक्टर सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट झारखण्ड सरकार ने बताया कि झारखण्ड में आनेवाले समय में क्लीन एनर्जी के इस्तेमाल को बढ़ाया जाएगा और इसका वातावरण पर सकरात्मक प्रभाव देखा जा सकेगा। विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर प्रो. एससी गर्ग ने इस समारोह को आयोजित करने में झारखण्ड सरकार की सराहना की और भविष्य में भी इसी तरह के सहयोग और सहभागिता की कमाना की। उन्होंने शोधार्थी, प्रोफेशनल एवं शिक्षकों से इस दिशा में गुणकारी रिसर्च करने का अनुरोध किया। आयोजन सचिव डिप्टी रजिस्ट्रार डा. लीना श्रीवास्तव ने सम्मेलन के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किया। बताया की इस समारोह में झारखण्ड सरकार के 12 विभाग, देश के कोने कोने से 86 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के छह विशिष्ट बिंदुओं पर महत्वपूर्ण चर्चा की गईं और अनेकों सुझाव साझा किये गये। सम्मेलन की संयोजक डा. शहनाज ज़बी ने बताया की यह सम्मेलन झारखण्ड में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को पूरा करने में संचार और नवाचार की भूमिका पर प्रकाश डालेगा। विश्वविद्यालय की वाईस चांसलर प्रो. मधुलिका कौशिक ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया, कांफ्रेंस डायरेक्टर रजिस्ट्रार डा. अनिल कुमार मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। 

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