GA4-314340326 जसपुरिया पब्लिक स्कूल: आगामी सत्र से स्कूल में खत्म होगी रैंकिंग सिस्टम: शालिनी प्रिया

जसपुरिया पब्लिक स्कूल: आगामी सत्र से स्कूल में खत्म होगी रैंकिंग सिस्टम: शालिनी प्रिया

नृत्य प्रस्तुत करते बच्चें
angara(ranchi)  जसपुरिया पब्लिक स्कूल बीसा गेतलसूद का शुक्रवार को चौथा वार्षिकोत्सव मनाया गया। इसका उदघाटन संस्थापक जैलेन्द्र कुमार ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रिंसिपल शालिनी प्रिया ने की। मौके पर छोटे छोटे स्कूली बच्चों के द्वारा एक से एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की गई। शालिनी प्रिया ने स्कूल के चार साल का सफरनामा व भविष्य की कार्ययोजना प्रस्तुत की। स्कूल को आदर्श बनाने के लिए बच्चों के अभिभावकों का विचार लिया गया। अभिभावकों ने एक स्वर में स्कूल प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि प्रबंधन मामूली खर्च में गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में लगातार काम कर रहा है। 

जैलेन्द्र कुमार ने कहा आर्थिक रूप से कमजोर जनजातीय बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराना उददेश्य

उपस्थित जैलेन्द्र कुमार व अन्य
जैलेन्द्र कुमार ने कहा कि जसपुरिया पब्लिक स्कूल की स्थापना का मुख्य उउदेश्य आर्थिक रूप से कमजोर जनजातीय बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराना है। प्रबंधन इसको लेकर लगातार प्रयासरत भी है। हमारा उददेश्य है मामूली खर्च में बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना। कक्षा छह से बच्चों का काउंसेलिंग की जाएगी। जिससे बच्चों के भविष्य में विभिन्न क्षेत्रों में कैरियर बनाने की संभावनाओं पर फोकस किया जा सके। ऐसे बच्चों को “मिशन चाणक्य” के तहत चिन्हित कर रोजगारपरख विषय की तैयारी भी कराया जाएगा। स्क्रीनिंग के बाद बच्चों का विषयगत तैयारी कराया जाएगा। संचालन शिक्षिका प्रियंका कुमारी ने किया। इस अवसर पर किंगपीन नर्सिंग कालेज बीसा के निदेशक डा. रामप्रसाद, निदेशक नरेश साहू, पूर्व उपप्रमुख अनवर खान, गेतलसूद मुखिया शांति मुण्डा, जोन्हा पंसस दिलीप बेदिया, भाजपा एससी मोरचा के जिला महामंत्री संजय नायक, समाजसेवी बिगेश्वर महतो, श्रवण मुखियार, राजेश लोहरा, गौरीशंकर मुण्डा, दिनेश गोस्वामी, चंदन बड़ाईक सहित अन्य उपस्थित थे। 

आगामी सत्र से स्कूल में खत्म होगी रैंकिंग सिस्टम: प्रिंसिपल शालिनी प्रिया 

शालिनी प्रिया
स्कूल की प्रिंसिपल शालिनी प्रिया मौके पर घोषणा किया कि बच्चों के सामूहिक विकास को लेकर स्कूल में अगले शैक्षणिक सत्र से रैंकिंग सिस्टम को खत्म किया जा रहा है। शालिनी प्रिया बताती है रैंकिंग सिस्टम के कारण कमजोर बच्चें लगातार अवसादग्रस्त हो रहे थे। अब समेकित रूप से सभी बच्चों के विकास के लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा। समय समय पर विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों का आउटसोर्स कर बच्चों का काउंसेलिंग कराया जाएगा। विषयगत कमजोर बच्चों को विशेष क्लास के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। पूरा क्षेत्र दिहाड़ी व खेतिहर मजदूर है। इनके परिवेश के अनुसार शैक्षणिक माहौल तैयार किया जाएगा। 

Post a Comment

please do not enter any spam link in the comment box.

और नया पुराने