GA4-314340326 चौपाल व जनता एक किरदार दो: तेज नेता या जनता

चौपाल व जनता एक किरदार दो: तेज नेता या जनता

विधायक राजेश कच्छप के साथ जनता

आजसू नेता पारसनाथ के साथ जनता
अनिल कुमार चौधरी/angara(ranchi) दो तस्वीरे पोस्ट कर रहा हूं। चौपाल व जनता तो एक ही है लेकिन किरदार अलग अलग। दोनों तस्वीरों का गहन से अध्ययन कीजिए तो पता चलेगा जनता तो कमोबेश एक ही है लेकिन पांच दिनों के अंदर भूमिकाएं बदल गई। 14 मई को चिलदाग सोसो के इसी चबूतरे में अपने चुनावी दौरे के क्रम में खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने चौपाल लगाया था। गांव के मतदाताओं को कांग्रेस के पक्ष में गोलबंदी की थी। जमकर कांग्रेस के पक्ष में नारेबाजी हुआ। मतदाताओं ने संकल्प लिया था कांग्रेस को जिताने का। 19 मई को कमोबेश किरदार वही रहा लेकिन भूमिका बदल गया। आजसू कार्यकर्ताओं ने इसी चबूतरे में चौपाल लगाया। केन्द्रीय सचिव पारसनाथ उरांव, जितेन्द्र सिंह व वीरेन्द्र सिंह भोगता ने चौपाल लगाकर जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की। जनता ने एक स्वर से भाजपा के पक्ष मतदान करने का संकल्प लिया। मात्र पांच दिनों के अंदर एक ही चौपाल में जनता की बदलती भूमिका चर्चा के केन्द्र में रहा। सवाल तैर रहा मतदाता तेज या नेता। यह सवाल मुझे लगातार धनचक्कर में डाल रहा है। अब आप ही बताये।  

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