ngara(ranchi) प्रसिद्ध 29वां पैना पहाड़ पर्यावरण मेला बुधवार को संपन्न हो गया। इसका आयोजन ग्राम वन प्रबंधन व वन संरक्षण समिति बेंती ने किया। मुख्य अतिथि खिजरी विधायक राजेश कच्छप, विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जैलेन्द्र कुमार, अनगड़ा प्रमुख दीपा उरांव व सांसद प्रतिनिधि कामेश्वर महतो थे। पाहनों के द्वारा पैना पहाड़ देवता की पूजा कर क्षेत्र में सुख शांति के लिए प्रार्थना की गई। उपस्थित भीड़ ने वन एवं पर्यावरण बचाने का सामूहिक संकल्प लिया। साथ की प्रसिद्ध नागपुरी कलाकारों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। मेला में आसपास के गावों बीसा, बेंती, गेतलसूद, नवागढ़, जोन्हा, सिंगारी, टाटी, सोसो, बरवादाग, चमघटी सहित रामगढ़ व बंगाल के सीमावर्ती इलाके से मेला देखने काफी संख्या में लोग पहुंचे। अध्यक्षता मेला समिति के अध्यक्ष बन्नू बेदिया व संचालन प्रो. सत्यदेव मुण्डा व अजय करमाली ने की। विधायक राजेश कच्छप ने सभी से पर्यावरण संरक्षण का आहवान किया। रामकुमार पाहन ने कहा कि जागरूकता से ही वन एवं पर्यावरण की सुरक्षा कर सकते है। जैलेन्द्र कुमार ने कहा कि वन है तो जीवन है। इस अवसर पर मुखिया मंजोती देवी, पंसस मानेश्वर मुण्डा, उपमुखिया संजय भोगता, सचिव-अरूण मुण्डा, कोषाध्यक्ष-बालकराम मुण्डा, करण करमाली, सरस्वती देवी, सुनिता देवी, विजय मुण्डा, तीरथ चन्दन भोगता, लालजी बेदिया, कमलाकान्त मुण्डा, बानेश्वर मुण्डा, शालिकराम पहान, धनीराम मुण्डा, रोशन बेदिया, प्रकाश मुण्डा, सोहन मुण्डा, मनबोध मुण्डा, रोपना बेदिया, राजो देवी, ईमा देवी, टुनी मुण्डाईन, रायमनी देवी, मोहित मुण्डा, सुनिता देवी, सलूवा करमाली, गंधिया करमाली, बलराम मुण्डा सहित अन्य उपस्थित थे।
प्रो. सत्येदव मुण्डा ने बताया कि तीन दशक पूर्व पूरा बेंती जंगल उजाड़ हो गया था। लेकिन ग्रामीणों व वन प्रबंधन समिति के सदस्यों की सजगता से तीन दशक के अंदर पूरा बेंती जंगल जीवंत हो गया। आज जंगल में औषधीय पौधा व विभिन्न प्रजाति के जंगली जानवरों व पक्षियों की भरमार है। वन का बचाने की कवायद को लेकर प्रतिवर्ष पैना पहाड़ में पर्यावरण मेला का आयोजन किया जाता है।
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