angara(ranchi) जनजाति सुरक्षा मंच की सभा बीसा पंचायत सचिवालय मैदान में रविवार को हुआ। अध्यक्षता व संचालन ग्रामप्रधान सह मंच के जिला सह संयोजक उमेश कुमार बड़ाईक ने किया। मुख्य अतिथि जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत, विशिष्ट अतिथि जिला संयोजक जगरनाथ भगत, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जैलेन्द्र कुमार, शिक्षाविद डा. अमर कुमार चौधरी व पूर्व विधायक रामकुमार पाहन थे। स्वागत भाषण बीसा की पूर्व मुखिया सुषमा देवी ने दिया। गणेश राम भगत ने कहा कि हिन्दू ही जनजाति है। हमें अपने धर्म संस्कृति को सुरक्षित रखने के लिए जागना होगा। अपने मूल-धर्म संस्कृति को माननेवाला ही आदिवासी है। जनजाति को मिलने वाला आरक्षण का लाभ ईसाई व मुस्लिम उठा रहे है। हम जनजाति समाज को जगाने निकले है। लाल-सफेद झंडा का जनजाति समाज से मतलब नही है। इसे एक साजिश के तहत ईसाई समाज के द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है। आदिवासियत को बचाने का एकमात्र उपाय डीलिस्टिंग है। बरसात के बाद दिल्ली में होनेवाली डिलिस्टिंग रैली में दस लाख से अधिक जनजाति समाज के लोग शामिल होंगे। इसके माध्यम से केन्द्र सरकार से डिलिस्टिंग लागू करने की मांग की जाएगी। यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा। हम कार्तिक उरांव के अधूरे आंदोलन को आगे बढ़ा रहे है। इन्होंने आहवान किया कि आधुनिकता के दौड़ में अपने मूल सांस्कृतिक रिवाज को नही छोड़े। इस अवसर पर अमित मिश्रा, देवनाथ महतो, अजय महतो, अजय भोगता, संतोष महतो, जगदीश बड़ाईक, बंधन मुण्डा, एतवा बेदिया, कपिल बड़ाईक, जयराम बेदिया, रंथू भोगता, बन्नू बेदिया, हेमनाथ महतो, रामविनय बड़ाईक आदि उपस्थित थे।
आदिवासियत को बचाने का एकमात्र उपाय डीलिस्टिंग: गणेश राम भगत
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