angara(ranchi) दशकों से बंद चतरा स्थित इइएफ फैक्टरी को चालू करवाने नही तो जमीन वापसी को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन की रूपरेखा तय की। इस मामले को लेकर रविवार को झारखण्ड रैयत विस्थापित मोर्चा के तत्वाधान में चतरा मैदान में ग्रामीणों की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया सोहन मुण्डा ने की। मुख्य अतिथि रांची जिला ग्रामप्रधान संघ के जिलाध्यक्ष उमेश कुमार बड़ाईक थे। उमेश कुमार बड़ाईक ने बताया कि चतरा में सैकड़ों एकड़ भूमि दशकों पूर्व इइएफ फैक्टरी खोलने के नाम पर सरकार ने अधिग्रहित किया। लेकिन कुछ साल बाद इइएफ फैक्टरी बंद हो गया। वर्तमान में दशकों से उक्त फैक्टरी बंद पड़ा हुआ है। सरकार अविलंब बंद फैक्टरी को चालू कर स्थानीय लोगों को रोजगार दे नही तो रैयतों को जमीन वापस करें। जमीन वापसी को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। 23 जून को चतरा मैदान में होनेवाली दूसरी बैठक में जमीन वापसी के आंदोलन को अंतिम रूप दिया जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से टाटी ग्रामप्रधान अर्जुन मुण्डा, चतरा उपमुखिया रमेश मुण्डा, वार्ड सदस्य संजय महली, रोहित महतो, सुकुल महतो, अमित मिश्रा, अजय महतो, संतोष महतो, सावना महतो, मनोज महतो, रमेश महतो, बासुदेव महतो, सुनील महतो, मोहरो महतो, हेमन्त कुमार महतो, सोहन महतो, देवनाथ महतो, नन्दलाल महतो आदि उपस्थित थे।
सरकार इइएफ फैक्टरी चालू करें या रैयतों को जमीन वापस करें: उमेश कुमार बड़ाईक
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