rahe(ranchi) आदिवासी संघर्ष मोर्चा ने रविवार को प्रखंड के बेहराबेड़ा गांव में हूल दिवस पर मनाया। कार्यक्रम में शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव के तस्वीर पर माल्यार्पण कर दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि दी गई। आदिवासी संघर्ष मोर्चा के नेताओ ने कहा की केंद्र की सरकार लेखिका अरुंधती राय ,डॉ० शेख शौकत हुसैन पर यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की अनुमती देकर यही संदेश देना चाहते हैं कि भले गठबंधन की सरकार है पर प्राकृतिक संसाधनों की कॉरपोरेट लूट, आदिवासियों पर दमन व मानवाधिकार के हनन पर आवाज बुलंद करने वालों को सख्ती से निपटी जाएगी। माले जिला सचिव जगमोहन महतो ने कहा की मोदी सरकार औपनेवेशिक काल के कानून में संशोधन कर लाए गए नए क्रिमिनल कोड से नागरिक स्वतंत्रताओं और अधिकारों का हनन करना व सरकारी दमन बढ़ाना है। औपनिवेशिक काल से ज्यादा खतरनाक कानून देश में थोपने के खिलाफ फिर हूल-उलगुलान की संकल्प लेते है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से दिलीप मांझी, दामोदर प्रजापति, राजकिशोर लोहरा, डोमन सिंह मुण्डा, मनीराम महतो, राजू मुण्डा, पंकज मुण्डा, जगरनाथ मुण्डा, कार्तिक मुण्डा, जितमोहन मुण्डा शामिल रहे। इधर झारखंड राज्य किसान सभा ने नूरू और ठुगरुडीह गांव में हूल दिवस मनाया और जंगल ,जमीन की रक्षा एवं पलायन,विस्थापन के खिलाफ संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया।मुख्य वक्ता झारखंड राज्य किसान सभा के अध्यक्ष सफल महतो ने कहा कि हूल क्रांति अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ पहले जन क्रांति था। आज पुन कॉर्पोरेट व्यवस्था के खिलाफ हूल क्रांति की आवश्यकता है। मौके पर शंकर मुंडा ,शोभाराम मुंडा, जगन्नाथ गुंडा, संजय मुंडा, मनसा मुंडा, बिरसा मुंडा, श्रीकांत कुमार मुंडा आदि मौजूद थे।
rahe: हुल दिवस मनाया
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