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विरोध प्रदर्शन करते ग्रामीण |
अनिल कुमार चौधरी/angara(ranchi) बोंगईबेड़ा पंचायत के बुढ़ीबेड़ा फुटबाल मैदान के समीप रविवार को ढेलुवाखुटा-बुढीबेड़ा रोड के जर्जर व जानलेवा बन जाने व स्कूलों में शिक्षकों की कमी से आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। बीच सड़क में खड़ा होकर आसपास के 9 गांव के ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसका
नेतृत्व समाजसेवी कान्हू उरांव व जोवाकिम कच्छप कर रहे थे।
मुख्य अतिथि आदिवासी मूलवासी एकता मंच के संयोजक सखीचंद महतो थे। ज्ञात हो कि इस रोड में बड़ा बड़ा नुकीला पत्थर निकल आया है। जिससे प्रतिदिन दुर्घटना हो रही है। कई लोगों की अभी तक इस रोड में हुए दुर्घटना के कारण मौत हो चुकी है।
जर्जर सड़क में दुर्घटना का शिकार हो रहे ग्रामीण
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जर्जर व जानलेवा सड़क |
सखीचंद महतो ने बताया कि उक्त सड़क बुढ़ीबेड़ा, राढ़ुजारा, फातेटोली, बाड़ीढीपा, बोंडलजारा, जाराटोली, बालीगाढा, बानपुर, टुंगरी टोला सहित कई गांव के ग्रामीणों का मुख्य मार्ग है तो अनगड़ा प्रखंड मुख्यालय सहित मुख्य बाजार टाटीसिलवे व गोंदलीपोखर को जोड़ता है। रोड के जर्जर व जानलेवा होने के कारण इन गांवों में रहनेवाले दस हजार की आबादी प्रभावित हो रही है। वहीं राजकीय मवि बुढीबेड़ा में मात्र दो शिक्षक है। शैक्षणिक गतिविधि प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि विस चुनाव से पहले समस्याक का निराकरण नही हुआ तो आगामी विस चुनाव में वोट का बहिष्कार किया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से कमल मुंडा, सीमोन तिर्की, भागवत लोहरा, जगन्नाथ महतो, अर्जुन मुंडा, कोटवार सोमरा लोहार, सियाराम महतो, नवीन लिंडा, जेम्स कच्छप, जोनसन कच्छप, सनी मुंडा, मनीष महतो, राहुल कुमार महतो, उषा देवी, बेबी देवी, सरिता देवी, बसंती देवी, रालहो कुजूर, रानी देवी आदि शामिल थे।
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