तौलकर बेचती बालू |
उमेश कुमार बड़ाईक ने बताया कि बालू ब्लैक मार्केट में साठ़ हजार रूपया हाइवा मिल रहा है। इतना महंगा बालू से आबुआ आवास का निर्माण संभव नही है। झारखंड में आलू की पर्याप्त उपलब्धता होने के बावजूद अन्य राज्यों का बालू यहां महंगे दामों पर बिक रहा है। बालू के अभाव में विकास योजनांए ठप्प पड़ी है, जिससे मजदूरों का काफी संख्या में पलयान हो रहा है। उपलब्ध कराया। इस अवसर पर पूर्व मुखिया सुषमा देवी, आरती देवी, लालो देवी, रामकृष्ण महतो, पुरसू महतो, राजू महतो, चंदन ठाकुर, भोला महतो, नवीन नायक, प्रदीप महतो उर्फ दीपू आदि उपस्थित थे।
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