angara(ranchi) 15 सितंबर की रात में हुई भारी वर्षा और गेतलसूद डैम के सभी सात फाटकों के खोले जाने के कारण हुंडरू फाल परिसर व झरना के समीप बने झोपड़ीनुमा एक दर्जन दुकानें और उसमे रखे सामान बह गया। इन दुकानों में रखा फ्रीज, गैस सिलेंडर, बक्सा तीरपाल, खाना बनाने वाला बर्तन, टेबल कुर्सी, चिप्स, कुरकुरे, रेक आदि बह गए। इससे दुकानदारों को हजारों रूपये का नुकसान हुआ है। दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि बिना सूचना दिए अचानक डैम का पानी छोड़े जाने से झरना के दोनों ओर पानी का तेज प्रवाह बढ़ गया था। पानी की तेज धारा में फाल तक पहुंचने के लिए बनी सीढ़ी और पीसीसी पथ भी टूट कर बह गया। दुकानदारों ने बताया कि कर्ज लेकर दुकान चला रहे थे और इसी से अपने परिवार का जीवन-यापन कर रहे थे। पानी में दुकान बहने और हजारों रूपये की समानों के बर्बाद होने से उनके समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है। बताया कि दुकान ही एकमात्र कमाई का साधन था।
जेएलकेएम के केंद्रीय सचिव बालेश्वर बेदिया ने सरकार से दुकानदारों को मुआवजा देने की मांग की है।
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