मृतक के स्वजन से मिलते अमर बाउरी |
अमर बाउरी ने बहाली प्रक्रिया पर उठाया सवाल
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि आज तक किसी भी बहाली परीक्षा में एक भी कैंडिडेट्स की जान नही गई थी, लेकिन संवेदनहीन हत्यारी सरकारी 16 बच्चों की जान लेने के बाद भी चेती नही है। यह बड़ी घटना है,हमने सरकार पर दबाव बनाया था, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ है। सभी अभ्यर्थी झारखंड के ही थे, लेकिन सरकार ने दूध की मक्खी की तरह इन्हे छोड़ दिया है। यह दौड़ का मौसम नही था।भादो के महीने में 10 किलोमीटर दौड़ किसी भी ऐंगल से उचित नहीं था। उन्होंने बहाली प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया और कहा कि 582 रिक्त पदों के लिए जब 5 लाख बच्चों नेआवेदन जमा किया था तो पहले लिखित परीक्षा होनी चाहिए थे।
एक लाख रूपये ही की दी सहायता
इससे पहले उन्होंने मृतक के पति अनिल उरांव और उनके रिश्तेदार मोहन उरांव ने पूरी घटना की जानकारी और सरकार के किसी भी प्रतिनिधि के घर नहीं पहुंचने पर आश्चर्य जताया। मौके पर उन्होंने पीड़ित परिवार को पार्टी की ओर से एक लाख रुपए का आर्थिक मदद भी दिया। इसके बाद वे बहाली दौड़ के दौरान गंभीर रूप से बीमार चान्हो के सुकुरहुटू निवासी सुमित उरांव से मिलने अस्पताल चले गए। मौके पर विजय महतो, अमरनाथ कुमार, कैलाश गुप्ता, विनय कुमार, अविनाश गुप्ता, बन्नू साव, आशुतोष तिवारी, प्रदीप महली, नीतू कुजूर, सफीक आलम, बबलू गोप, अरविंद सिंह, सतानन्द सिंह, पवन सोनी सहित अन्य मौजूद थे।
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