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विरोध करते मछुआरा |
angara(ranchi) अनगड़ा बीडीओ जयपाल सोय के बयान पर गुरूवार को गेतलसूद निवासी भोला महतो पिता जीतू महतो, कार्तिक नायक पिता स्व. दिनेश नायक, सुजीत बैठा पिता स्व. छेदी बैठा, सरिता देवी पति गंगाधर नायक, दुबराज महतो, सावन नायक पिता बंधु नायक सहित अन्य अज्ञात 20-25 लोगों के खिलाफ अनगड़ा थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। आज भी सोलर पावर प्लांट निर्माण कंपनी एलएंडटी के कर्मचारी मिटटी जांच के लिए पहुंचे थे। इसके लिए एसडीओ रांची के द्वारा विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए बीडीओ अनगड़ा को दंडाधिकारी नियुक्त किया गया था। इसके बावजूद उक्त आरोपितों के द्वारा काम नही करने दिया गया। जेसीबी व ट्रेक्टर चालक को डरा-धमकाकर भगा दिया। इन सभी पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। ज्ञात हो कि उक्त् आरोपितों के द्वारा गेतलसूद में प्रस्तावित सोलर पावर प्लांट का लगातार विरोध किया जा रहा है। 100 मेगावाट का फलोटिंग सोलर पावर प्लांट गेतलसूद डैम में लगाया जा रिहा है। सोलर पावर प्लांट का निर्माण एनर्जी कोरपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड(भारत सरकार का उपक्रम) एवं झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के द्वारा कराया जा रहा है। बीडीओ जयपाल सोय ने बताया कि इस मामले के समाधान को लेकर कई बार ग्रामीणों के साथ बैठक की गई, लेकिन वे हमेशा विरोध करते रहे।
450 करोड़ की लागत से 100 मेगावाट का बनेगा फलोटिंग सोलर पावर प्लांट
बाक्स गेतलसूद डैम में पानी के उपर कुल 172 हेक्टेयर जलभाग पर सोलर पैनल लगाया जाना है। 450 करोड़ की लागत से कुल 100 मेगावाट क्षमता वाले इस प्लांट को सेकी बनवा रही है। जिसका निर्माण कार्य एलएंडटी कंपनी के द्वारा कराया जाएगा। शुरू से ही गेतलसूद डैम पर आश्रित मछुआरा समाज इस योजना का विरोध कर रहा है। मछुआरों का कहना है कि सोलर पावर प्लांट बनने से उनका रोजगार छिन जाएगा वे सभी भूखे मर जायेंगे।
एक साल से अधिक समय से हो रहा है विरोध
पिछले एक साल से अधिक समय से गेतलसूद डैम का मछुआरा समाज लगातार इस योजना का विरोध करता आ रहा है। तीन बार प्रशासन, ग्रामीण व निर्माण कंपनी के बीच बैठक हुई लेकिन कोई निष्कर्ष नही निकला। जब जब कंपनी के द्वारा निर्माण शुरू कराने की कवायद की गई मछुआरा समाज ने उसका विरोध किया। हाल ही में 27 नवंबर को ट्रेंच की खुदाई कर रहे जेसीबी मशीन के आगे मछुआरा समाज के समस्य लेट गये। इससे पूर्व 27 सितंबर को भी विरोध किया गया। मछुआरा समाज ने इस योजना के विरोध में कई बार अंचल कार्यालय का घेराव भी किया था। स्थानीय सांसद व विधायक से भी योजना को बंद कराने का मांग किया था।
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