GA4-314340326 Good News : नए साल में मांडर को मिल जाएगा कोल्ड स्टोरेज

Good News : नए साल में मांडर को मिल जाएगा कोल्ड स्टोरेज

बूढ़ाखुखरा में निर्माणाधीन कोल्ड स्टोरेज।

Mandar / Pradeep Gupta: मांडर प्रखंड को वर्ष 2025 में बड़ा सौगात मिल सकता है। बूढ़ाखुखरा में 6 साल से निर्माणाधीन 5 हजार मिट्रिक टन क्षमता वाले कोल्ड स्टोरेज का निर्माण पूरा हो सकता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, जल्द ही बचे हुए कामों के लिए टेंडर निकाला जाएगा। स्थानीय विधायक व राज्य की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की (Shilpi Neha Tirky) ने इसे गंभीरता से लिया है। क्योंकि, यह उनके विभाग और निर्वाचन क्षेत्र का मामला है। वह इस बात को जानती हैं कि इस कोल्ड स्टोरेज के बन जाने से मांडर के अलावा बेड़ो, इटकी और चान्हो के किसान भी लाभान्वित होंगे।

क्यों पूरा नहीं हुआ निर्माण कार्य 

भवन निर्माण विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि निर्माण करा रही सरयू गौतम कंपनी ने जिस प्रक्कलित राशि ( 8 करोड़ 19 लाख, संशोधित राशि) में काम लिया था, कोरोना के बाद उस राशि में काम करने में असमर्थता जता कर निर्माण अधूरा छोड़कर हट गई। दरअसल, वर्ष 2018 में 8 करोड़ 19 लाख रुपए में कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के टेंडर हुआ था। टेंडर होने के बाद निर्माण स्थल पर सड़क सहित अन्य काम एक साल पांच महीने तक रुका रहा।जमीन विवाद दूर करने के बाद 5 फरवरी 2019 को काम शुरू हुआ। एग्रीमेंट के अनुसार 4 मई 2020 को काम समाप्त कर विभाग को कोल्ड स्टोरेज हैंडओवर कर देना था। लेकिन, कोरोना महामारी में बंद हो गया। उसके बाद जब काम शुरू हुआ, तो एसी और लकड़ी के समान की कीमत इतनी बढ़ गई थी कि ठेकेदार को हाथ खड़ा करना पड़ गया। बार-बार पत्राचार करने के बाद भी सरयू गौतम कंपनी कोई रुचि नहीं दिखा रही है। अब भवन निर्माण विभाग शेष काम के लिए नया टेंडर निकालने की प्रक्रिया शुरू करने को लेकर आगे बढ़ रहा है। 

ठेकेदार ने क्यों नहीं मानी मंत्री की बात

 जिस काम को 15 महीने में पूरा होना था, वह 6 साल में भी पूरा नहीं हुआ। इसकी जानकारी मिलने पर 29 अगस्त 2024 को तत्कालीन कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कार्यस्थल का निरीक्षण कर ठेकेदार को जल्द काम शुरू करने का निर्देश दिया था। लेकिन, ठेकेदार ने अनसुना कर दिया। बताया जाता कि जो एसी लगने वाला था, बीआईटी मेसरा की रिपोर्ट के बाद उस एसी में बदलाव किया गया, जिस कारण एस्टीमेट बढ़ गया। साथ ही, कोरोना के बाद सभी सामान के मूल्यों में डेढ़ से दोगुना तक हुई वृद्धि के कारण पहले के एस्टीमेट में काम करना मुश्किल था। हालांकि, शुरू में 6 करोड़ 50 लाख रुपए का टेंडर हुआ था, जिसे बढ़ाकर 8 करोड़ 19 लाख कर दिया गया है।

कोल्ड स्टोरेज बहुत जल्द शुरू होगा। निर्माण पूरा हो जाने से पूरे मांडर विधानसभा क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा। निर्माण में कुछ समस्या आ रही है, उसे दूर कर जल्द कोल्ड स्टोरेज को शुरू कराया जाएगा। 

शिल्पी नेहा तिर्की, मंत्री, कृषि विभाग 


Good News: Mandar will get cold storage in the new year


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