वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया और वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखंड के प्रयास से जागरूक हो रहे लोग
Silli / Anup Mahto: सिल्ली के धर्मपुर, चाटमबारी, वरुणाटांड और केसरडीह से होकर गुजरने वाले काली ल माटी महिलोंग हाथी कॉरिडोर के ग्रामीणों ने हाथी सुरक्षा को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया। वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया एवं वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखंड के तत्वावधान में सिल्ली के घाघ जंगल क्षेत्र में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में ग्रामीणों ने यह संकल्प लिया।
हाथियों को कभी अकेले खदेड़ने न जाएं
कार्यक्रम में ग्रामीणों ने हाथियों के साथ घटित अपने-अपने अनुभवों को साझा किया और बताया कि हाथी उनके फसलों और घरों को नुकसान पहुंचाते हैं और कभी-कभी लोगों को जान से भी मारते हैं। वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखंड (Wield life Protection Society of Jharkhand) द्वारा बताया गया कि हाथियों के गांव आने पर ग्रामीण हाथियों से उचित दूरी बनाकर रखें और उन्हें जंगल में जाकर हाथियों को परेशान ना करें। हाथियों के गांव आने पर लोगों को इसकी सूचना विभिन्न माध्यमों से दें और सभी को घर के अंदर रहने की सलाह दें। हाथियों को खदेड़ने के लिए समूह में जायें और हाथियों को बिना नुकसान पहुंचाएं उन्हें गांव से जंगल की और भगाने का प्रयास करें साथ ही मामले की जानकारी वन विभाग को अवश्य दें।
तीन साल से चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
सोसाइटी के अखिलेश कुमार शर्मा ने बताया कि अगर, ग्रामीण जागरूक हो गए, तो हाथियों का एक कॉरिडोर से दूसरे कॉरिडोर जाना आसान हो जाएगा। हाथी बिना किसी बाधा के जंगलों में भ्रमण कर सकेंगे। हम वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया (wield life trust of India) के मार्गदर्शन में विगत तीन वर्ष से हाथी मानव संघर्ष को कम करने की मुहिम में जुटे हैं।
क्लिक करें और नवभास्कर के वाट्सएप चैनल से जुड़ें, खबरों से अपडेट रहें
Silli: Villagers vow to protect elephants under all circumstances
एक टिप्पणी भेजें
please do not enter any spam link in the comment box.