रणधीर ने कहा-जिन योजनाओं का कर चुके हैं शिलान्यास, उनका चुन्ना अब कर रहे भूमि पूजन, बांग्ला कहावत में चुन्ना ने दिया जवाब-पागोल कि नाय बोले...
Deoghar (Jharkhand): सारठ के पूर्व विधायक सह पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने सारठ के वर्तमान विधायक उदयशंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह के क्रियाकलापों पर सवाल उठाया है। रणधीर का आरोप है कि उनके कार्यकाल में उनकी अनुशंसा पर स्वीकृत जिन योजनाओं का वे विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पूर्व ही शिलान्यास कर चुके हैं, उन योजनाओं का वर्तमान विधायक चुन्ना सिंह भूमि पूजन कर झूठा श्रेय ले रहे हैं। रणधीर का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में सारठ विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न विभागों से 1700 करोड़ की योजनाओं की स्वीकृति दिलाई थी और सभी का शिलान्यास भी उनके द्वारा किया गया था। जिसमें कई योजनाओं का काम प्रगति पर है। वहीं कई योजनाओं का काम शुरू नहीं हुआ है और कई योजनाएं अभी टेंडर की प्रक्रिया में है। ऐसी योजनाओं में वर्तमान विधायक चुन्ना सिंह के द्वारा विभागीय अधिकारियों एवं संवेदक को दवाब देकर कार्य रुकवा दिया गया है और फिर से भूमि पूजन कराकर काम शुरू कराया जा रहा है। जिससे विधानसभा क्षेत्र में विकास का काम बाधित हो रहा है।
योजनाओं का झूठा श्रेय ले रहे हैं चुन्ना सिंह : रणधीर
उदाहरण के तौर पर सारठ में अजय नदी के चरकमारा-खखड़ा घाट पर पुल, तालझारी-बसकी घाट पर पुल, तेतरिया मोड़ कपसा जोरिया में पुल समेत कई सड़क का उनके द्वारा शिलान्यास किया जा चुका है। जिसका वर्तमान विधायक पुन: भूमि पूजन कर रहे हैं। पीडब्ल्यूडी व आरईओ से उन्होंने करीब 70 सड़क के नवनिर्माण व मरम्मत की स्वीकृति दिलाई थी और चुनाव के पूर्व शिलान्यास भी किया था। इसके अलावा बिजली विभाग में उनके द्वारा मुख्यमंत्री खुशहाली योजना एवं भारत सरकार की योजना के तहत तीन सौ से ज्यादा गांवों में नए सिरे से जर्जर बिजली का तार एवं पोल बदलने, कई फीडर का तार नवीनीकरण करने एवं ट्रांसफार्मर बदलने का स्वीकृति दिलाई थी। इसके टेंडर भी निष्पादन हो गया है। फिर भी वर्तमान विधायक चुन्ना सिंह उक्त योजनाओं का भूमि पूजन और उदघाटन कर झूठा श्रेय ले रहे हैं।
रणधीर सिंह अपने दिमाग की जांच कराएं : चुन्ना सिंह
रणधीर सिंह के आरोपों का चुन्ना सिंह ने बांग्ला की कहावत में जवाब दिया है। चुन्ना ने कहा कि छागल कि नाय खाए, पागोल कि नाय बोले (बकरी क्या नहीं खाती है और पागल क्या नहीं बोलता है) शेर शाह ने जीटी रोड बनवाया था, लेकिन आज उसका नाम तीन-चार तरह का हो गया है। जीटी रोड आज कहीं नजर आता है। दिशा दिखाई मैंने, अंगुली पकड़ कर चलना सीखाया मैंने और आज वह कहता है। पहाड़ों से भी आवाज गूंजती है तो क्या वह पहाड़ बकता है। राज्य में सरकार झामुमो की और भाजपा के लोग अगर कह रहे हैं कि हमने विकास किया तो यह पागलपन है या रणधीर सिंह को अपने दिमाग की जांच करानी चाहिए। दस साल पहले चुन्ना सिंह ने उक्त सारी योजनाओं को पारित करवाया था।
Allegations and counter-allegations intensify between the former and current MLA of Sarath, listen to what they said to each other
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