GA4-314340326 Deoghar : अनोखी कलश यात्रा निकली, किन्नर भी हुईं शामिल

Deoghar : अनोखी कलश यात्रा निकली, किन्नर भी हुईं शामिल

*रुद्र-चंडी महायज्ञ के कलश यात्रा में 2100 महिला-युवती और किन्नरों ने लिया भाग
*बंधा से निकल कर शोभा यात्रा पहुंची बाबा बैद्यनाथ मंदिर 
*रोज मौसी नौ किन्नरों के कलश यात्रा में शामिल हुई

कलश यात्रा में श्रद्धालु।

Deoghar (Jharkhand): शहर के बंधा, बैजनाथपुर मोहल्ले में वैष्णवी दुर्गा मंदिर समिति की ओर से निकाली गई महायज्ञ की कलश यात्रा ने सामाजिक समरसता की अद्भुत मिसाल पेश की है। कलश यात्रा में महिला, युवतियों के अलावा किन्नर समाज ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाई। मोहल्ले की निवासी किन्नर समाज की गथिपती रोज मौसी (किन्नर समाज की मालकिन) के नेतृत्व में 9 किन्नर कलश यात्रा में शामिल हुईं। शहर में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी धार्मिक अनुष्ठान या कलश यात्रा में किन्नर समाज ने शिरकत की हो। आम महिला और युवतियों की तरह रोज मौसी और उनके समाज से जुड़ी सदस्यों ने पारंपरिक परिधान साड़ी, चुनरी ओढ़ कर और माथे पर कलश रखकर कलश यात्रा में शिव-शक्ति का जयकारा लगाया। सात दिवसीय रूद्र चंडी महायज्ञ सह श्री पंचशूल शिव महापुराण कथा को लेकर बंधा के वैष्णवी दुर्गा मंदिर से निकाली गई शोभा यात्रा शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंची। मंदिर की परिक्रमा कर कलश यात्रा शिवगंगा होते हुए वैष्णवी मंदिर में आकर समाप्त हो गई है। कलश यात्रा में 2100 महिला, युवती और किन्नरों ने भाग लिया। आयोजन समिति के अध्यक्ष अवकाश प्राप्त इंजीनियर महात्तम सिंह ने बताया कि समाज में हर कोई बराबर है। इसलिए कलश यात्रा में महिला-युवतियों की तरह किन्नर समाज की रोज मौसी और उनकी टीम भी शामिल हुईं। अनुष्ठान में रोज मौसी ने आर्थिक रूप से सहयोग भी किया है। 

किन्नर रोज मौसी हिंदू धर्म पर क्या कह रहीं सुनिए 

सात दिनों तक होंगे ये कार्यक्रम

समिति के उपाध्यक्ष समाजसेवी सह भाजपा नेता मनोज कुमार सिंह उर्फ पप्पू ने बताया कि 8 जनवरी तक महायज्ञ और शिव पुराण होंगे। वृंदावन से आए कथा वाचक पूज्य ब्रजनंदन जी महाराज के मुखारबिंद से शिव महापुराण का वाचन होगा। 3 जनवरी को रुद्राक्ष एव भस्म महिमा, 4 जनवरी को गुण निधि का पूर्व जन्म कुबेर पद की प्राप्ति शिवालय, 5 जनवरी को शिव पार्वती विवाह महोत्सव, 6 जनवरी को गणेश प्रकट और नंदी महिमा, 7 जनवरी को द्वादश ज्योतिर्लिंग महिमा और 8 जनवरी को मार्केण्डेय को मृत्युरहित अमृत्व की प्राप्ति और बाबा बैद्यनाथ महिमा प्रसंग का वर्णन होगा। अंतिम दिन हवन और भंडारा होगा। आय़ोजन को सफल बनाने में समिति के सचिव राजेंद्र सिंह, पूजा प्रभारी शिव कुमार मिश्रा, पुजारी जितेंद्र पांडेय, रोक़ड़पाल रुपेश सिन्हा, मोहन सिंह-1, मोहन सिंह-2, केदार सिंह, विभाष कुमार सिंह, अनिल कुमार पांडेय, यशवंत सिंह, जितेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार सिंह, राजीव सिंह, राजीव सिंह, आरएन सिंह, अश्विनी सिंह तन-मन से जुटे हुए हैं।

आयोजन समिति के पदाधिकारियों को सुनिए



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