GA4-314340326 दर्दनाक: पंचर दुकान में लगी आग, घर के अंदर सो रहे दंपति की जलकर मौत

दर्दनाक: पंचर दुकान में लगी आग, घर के अंदर सो रहे दंपति की जलकर मौत

 

मृतका मीणा देवी

मृतक रंजीत साहू
ओमप्रकाश सिंह/sonahatu(ranchi)  सोनाहातू थाना क्षेत्र के डिबाडीह गांव में बिजली के शॉर्ट शर्किट से लगी पंचर बनाने की दुकान में रखे टायर व डीजल में आग लगने से दुकान में सो रहे दंपति की जलकर मौत हो गई। मृतकों में पति रंजीत साहू(46) व पत्नी मीणा देवी(40) शामिल है।  घटना बुधवार रात 11 बजे के बाद बताई जा रही है। डिबाडीह गांव के सिल्ली-टीकर-रांगामाटी सड़क के किनारे रंजीत साहू टायर का पंचर बनाने का काम करता था।  अपनी दुकान के पीछे बने घर में वह अपनी पत्नी मीणा देवी व पुत्र पूरन साहू(28) रहते थे। जबकी छोटा पुत्र कुंदन साहू(24) तिलाईपीड़ी मोड पर अपना अलग से पंचर बनाने की दुकान चलाता है। पूरन अपने पिता के व्यवसाय में हाथ बंटाता था। इस आगलगी में रंजीत साहू  जिंदा जल गया जबकी पत्नी मीणा देवी की मौत दम घुटने के कारण हुई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे सोनाहातू थाना प्रभारी चंदन कुमार ने कहा कि घटना दर्दनाक है। मामले की जांच की जा रही है। आगलगी की घटना बिजली के शार्ट सर्किट या अन्य कारणों से हुई इसकी जांच की जा रही है। इन्होंने  लोगों से अपील किया कि अपने घरों में किसी भी प्रकार के ज्लवनशील द्रव्य ना रखे। 

घर से बाहर निकलने का एक ही दरवाजा, डीजल में आग पकड़ने से दंपति को बाहर निकलने का नही मिला मौका
पंचर दुकान में आगलगी

जला हुआ बाइक
आग इतनी भयानक थी कि ये दोनों घर से निकल नहीं पाये। पंचर बनाने की दुकान के पीछे एक छत वाला चार कमरे का मकान भी है। इस घर से बारह निकलने के लिए दुकान होकर ही एकमात्र दरवाजा है। लेकिन आग दुकान से ही लगी थी। एक गैलन में रखे डीजल में आग लगने से ज्वाला धधक उठी। आगलगी के समय दंपति सो रहे थे। सबसे पीछे के कमरे में सो रहा बड़ा पुत्र पूरन साहू छत से छलांग लगाकर किसी तरह अपनी जा बचाया। पूरन साहू ने दुकान से बाहर निकलकर आवाज देकर लोगों को बुलाया। दमकल गाड़ी को बुलाया गया। काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया, आग पर काबू पाने तक दंपति की मौत हो चुकी थी। पूरन साहू ने बताया कि इस आगलगी ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। करीब पांच लाख रूपये की संपति जलकर राख हो गई। बाइक भी जल गया। जेवरात, कागजात, घरेलू समान, कपड़े, अनाज आदि सब जल कर राख हुए है। माता-पिता के एक साथ हुई मौत से काफी झटका लगा है। घर में एक ट्रेक्टर है जिस कारण गैलन में डीजल रखते थे। 

एक दशक की मेहनत के बाद रंजीत ने जमाया था दुकान

रंजीत साहू पिछले एक दशक से अधिक समय से यही पर पंचर की दुकान चला रहा था। छोटी बड़ी सभी प्रकार के वाहनों के टायर का पंचर बनाता था। व्यवहार कुशल होने के कारण उसका दुकान जम गया था। सुबह से ही उसके यहां पंचर बनाने वालों की लाइन लगी रहती थी। व्यापार ठीक चल रहा था। दुकान के पीछे बने घर में अपनी पत्नी व पुत्रों के साथ रहता था। कुछ साल पूर्व छोटे पुत्र कुंदन ने तिलाईपीढ़ी मोड़ के पास अपना अलग से पंचर का दुकान खोला था। पत्नी भी दुकानदारी में रंजीत की मदद करती थी। हालांकि व गृहणी थी। आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि रात में भी जरूरत होने पर रंजीत दुकान खोलकर पंचर बना दिया करता था। माता-पिता की मौत से दोनों पुत्रों का रो रोकर बुरा हाल है। इधर घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है। घटना के सूचना के बाद विधायक अमित कुमार महतो रात में ही गांव जाकर घटना की जानकारी लिया। मुखिया प्रतिनिधि फणीभूषण सिंह मुंडा ने भी मृतक के बेटा से मिलकर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त किया।

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