GA4-314340326 आदिवासी युवा पीढ़ी को हर लिहाज से सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध: हेमंत सोरेन

आदिवासी युवा पीढ़ी को हर लिहाज से सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध: हेमंत सोरेन

 

सीएम से बात करते वर्ल्ड बीइंग के प्रतिनिधि।

Ranchi : अंतरराष्ट्रीय संस्था वर्ल्ड बीइंग (यूएसए) के सीईओ स्टीव लेवेन्थल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन से मुलाकात की। विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में हुई इस मुलाकात में स्टीव ने वर्ल्ड बीइंग इंडिया फाउंडेशन द्वारा आरोहण कार्यक्रम के जरिए आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाने के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने आश्रम आवासीय विद्यालयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों में आए सकारात्मक बदलावों से भी सीएम को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने संस्था द्वारा आदिवासी समाज के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों को विस्तार से जाना और सराहना की। मौके पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार भी मौजूद थे। सीएम ने कहा कि आदिवासी युवा पीढ़ी मानसिक रूप से मजबूत हो, इसके लिए सभी का सकारात्मक सहयोग जरूरी है। आदिवासी युवाओं को हर लिहाज से मजबूत बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सीएम ने कहा कि झारखंड एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है। इस राज्य की आदिवासी युवा पीढ़ी को आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक सहित अन्य सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ाने की दिशा में हमारी सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न संस्थाओं का सहयोग काफी कारगर साबित हो सकता है। सरकार सभी के सकारात्मक सहयोग से इस राज्य को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आरोहण को शिक्षा के मुख्य प्रणाली से जोड़ने की जरूरत वर्ल्ड बीइंग इंडिया फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह संस्था आरोहण के जरिए बिहार की शिक्षा व्यवस्था के साथ जुड़कर काम कर रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में भी आरोहण को शिक्षा के मुख्य प्रणाली मैं कैसे शामिल किया जाए, इसके लिए सरकार गंभीरता से विचार करेगी। इस दिशा में झारखंड के शिक्षकों एवं अधिकारियों की टीम को बिहार में आपके द्वारा किए गए कार्यों को देखने के लिए भेजा जाएगा।

यहां के आदिवासी विपरीत परिस्थितियों से भी लड़ने की क्षमता रखते हैं: सुनीता

वर्ल्ड बीइंग इंडिया फाउंडेशन की झारखंड प्रभारी सुनीता मुंडा ने इस संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और कहा कि यहां के आदिवासी युवाओं में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है। विपरीत परिस्थितियों से भी वे लड़ने की पूरी क्षमता रखते हैं। लेकिन, मानसिक रूप से उन्हें थोड़ा मजबूत बनाने की जरूरत है। ऐसे में यह संस्था अपने आरोहण कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी युवाओं को मानसिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने भी कहा कि आदिवासी युवा मानसिक रूप से कैसे मजबूत हों, इसमें सरकार आपके द्वारा किए गए कार्यों का गहराई से आकलन कर आगे बढ़ेगी।


Government is committed to empowering the tribal young generation in every aspect: Hemant Soren




Post a Comment

please do not enter any spam link in the comment box.

और नया पुराने