GA4-314340326 भारतीय ज्ञान परंपरा विकसित भारत 2047 की आधारशिला: डॉ जंगबहादुर पांडेय

भारतीय ज्ञान परंपरा विकसित भारत 2047 की आधारशिला: डॉ जंगबहादुर पांडेय

angara(ranchi)  ऊषा मार्टिन विवि में गुरुवार को इंडियन नॉलेज सिस्टम एंड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी हुआ। उदघाटन मुख्य वक्ता रांची विवि के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. जंग बहादुर पांडेय, विशिष्ट अतिथि संत जेवियर कॉलेज, हिंदी विभाग के एचओडी डॉ जय प्रकाश पांडे, सेवानिवृत प्राचार्य डॉ वासुदेव प्रसाद, राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण विवि के डॉ ओम प्रकाश एवं उषा मार्टिन विवि के कुलसचिव डॉ अनिल कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। अध्यक्षता कुलपति प्रो. डॉ. मधुलिका कौशिक ने किया। संगोष्ठी का आयोजन इंडियन नॉलेज सिस्टम विभाग के डॉ अनुपमा वर्मा व डॉ सिंपी रानी ने किया। संचालन पीयूष कुमार एवं रिदा खान ने की। 
जंग बहादुर पाण्डेय ने भारतीय ज्ञान परंपरा एवं कृत्रिम मेधा विषय पर अपनी बातों को रखा। कहा कि हम सभी को एक हाथ में ज्ञान तो दूसरे हाथ में टेक्नोलॉजी दोनों को साथ में लेकर चलना है, ताकि हम विकसित भारत 2047 का लक्ष्य प्राप्त कर सके। युवा पीढ़ी विकसित भारत की प्राण वायु है। डा. जयप्रकाश पांडे ने भारतीय ज्ञान में गुरू परंपरा पर प्रकाश डाला। सभी अतिथियों को विवि के द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर डॉ वासुदेव प्रसाद, विवि के कुलपति डॉ मधुलिका कौशिक, डीन एकेडमिक्स डॉ बीएन सिन्हा, डॉ तूलिका, डॉ विनय सहित छात्र आर्यन सिंह, सुप्रिया रॉय, भूमि सोनकर, आभास दुबे, प्रिंस कुमार उपस्थित थे।

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