angara(ranchi) प्रखंड के लालगढ़ स्थित मोबाइल एग्रीकल्चरल स्कूल एंड सर्विसेज(मास) का डीएइएसआई(देसी) कार्यक्रम के संचालन के लिए चयन हुआ है। इसके अतिरिक्त बोकारो की भी एक संस्था का चयन किया गया है। इसका चयन मैनेज हैदराबाद व समेति झारखंड ने किया। मैनेज व समेति कृषि शोध के लिए काम करनेवाला वाला भारत सरकार का एक उपक्रम है। मास संस्थान के सचिव विजय भरत ने बताया कि डीएइएसआई (डिप्लोमा इन एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन फॉर इनपुट डीलर्स) कोर्स एक वर्ष है। प्रति सप्ताह एक दिन क्लास के माध्यम से खाद, कीटनाशक, फफून्द नाशक आदि की जानकारी दी जाएगी है। डिप्लोमा के उपरांत किसान खाद, कीटनाशक, फफूंद नाशक दवा आदि का उत्पादन कर स्वरोजगार से जुड़ सकते है। भारत सरकार की इस महत्वकांक्षी कोर्स से कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिर्वतन आएगा। विजय भरत ने बताया कि प्रतिवर्ष 40 किसानों को डिप्लोमा का कोर्स कराया जाएगा। इस कोर्स के करने से किसान स्वयं कृषि विशेषज्ञ बन जाऐंगे।
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