* जसीडीह के पतारडीह जंगल से हुई चारों की गिरफ्तारी
* आरोपियों के पास चार मोबाइल और सात सिम बरामद
Deoghar : साइबर थाने की पुलिस ने जसीडीह थाने के पतारडीह जंगल में छापेमारी कर चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चार मोबाइल और सात सिम जब्त हुआ है। गिरफ्तार आरोपियों में विष्णु दास (तिलौैना, देवीपुर), देवनंदन दास (मछुआटांड़, मधुपुर), कपिलदेव महरा (घघरजोर, पथरड्डा) और दिसंबर राय (पहरूडीह, खागा) शामिल हैं। ये साइबर ठग अपना नंबर गुगल में कस्टमर केयर के नाम पर अपलोड कर सहायता के नाम पर ठगी करते थे। उक्त गैंग के बारे में एसपी सह डीआईजी अजीत पीटर डुंगडुंग को सूचना मिली थी। इसके बाद साइबर थाने के इंस्पेक्टर कृष्ण दत्त झा, दारोगा टेकलाल मेहता, और जसीडीह थानेदार दीपक कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन कर पतारडीह जंगल में छापेमारी करवाई गई तो पुलिस को उक्त सफलता मिली। एसपी ने बतायाा कि गिरफ्तार ठग फर्जी कस्टमर केयर, एयरटेल पेमेंट बैंक पदाधिकारी बनकर और गुगल पर फोन-पे कस्टमर केयर था पीएम किसान योजना के नाम पर अपने मोबाइल नंबर का प्रयोग कर लोगों को झांसे में लेकर आॅनलाइन ठगी करते थे। पुलिस की आरंभिक जांच में पता चला है कि साइबर ठग किसान और एसबीआई के ग्राहकों को फ र्जी लिंक भेज कर ठगी करते थे।
कैसे करते थे ठगी, ऐसे बचें
* ऐसे बचें : गुगल पर सर्च कर कभी भी कस्टमर केयर का नंबर नहीं लें। जिस कंपनी या विभाग के कस्टमर केयर का नंबर चाहिए, उसके अधिकृत बेवसाइट पर जाकर नंबर लें।
* ठगी का तरीका : फोन-पे, पेटीएम कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को कैशबैक का झांसा देकर फोन-पे गिफ्ट कार्ड का लालच देकर ठगी करते थे।
* ऐसे बचें : कैशबैक, गिफ्ट कार्ड का मैसेज, लिंक या फोन आए तो एक बार उसकी अवश्यक जांच कर लें। संभव हो तो संबंधित कंपनी से बात कर ही लिंक पर क्लिक करें।
* ठगी का तरीका : फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक पदाधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को झांसे में लेकर एयरटेल थैंक्स एप के माध्यम से एयरटेल पेमेंट बैंक कार्ड बंद कर उपभोक्ताओं को झांसा देकर तथा आम सहायता के रूप में कार्ड को पुन: चालू कराने के नाम पर झांसा देकर ठगी करते थे।
* ऐसे बचें : किसी भी तरह के फोन आने पर बैंक खाता, ओटीपी संबंधी डिटेल शेयर नहीं करे। अगर कार्ड बंद हो गया है तो संबंधित कंपनी से से सीधे संपर्क करे।
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