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कमरे में धूल फांक रहा बेंच डेस्क |
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जमीन पर बैठकर बच्चें कर रहे पढ़ाई |
तारकेश्वर महतो/silli(ranchi) सरकार बच्चों को अच्छे शिक्षा देने के लिए पैसे पानी की तरह बहती है। विद्यार्थियों के लिए स्कूल में सभी जरूरत की सुविधाएं मुहैया कराती है। लेकिन स्थानीय अव्यस्था के कारण बच्चों को इसका लाभ नहीं मिलता है। सिल्ली के राजकीयकृत मध्य विद्यालय झाबरी में इसका उदाहरण देख जा सकता है। पहली से पांचवीं कक्षा के छात्र जमीन में बैठकर पढ़ाई करते है जबकि इनके लिए सरकार द्वारा दिए गए हजारों रुपए के डेस्क बेंच एक कमरे में धूल फांक रहे है। यही नहीं विद्यालय के बरामदे में भी बच्चे जमीन पर बैठे पाए गए। जबकि बरामदे के ऊपर का छज्जा जर्जर हो चुका है। बच्चों ने बताया कि हमेशा छज्जा से सीमेंट टूट कर गिरता रहता है। इससे कभी भी जानलेवा दुर्घटना हो सकती है। बच्चे जमीन पर क्यों बैठकर पढ़ाई करते है इसका कारण पूछे जाने पर स्कूल के प्रधानाध्यापक मिथिलेश कुमार ने बताया कि कमरे में जगह नहीं है। इसलिए डेस्क बेंच नहीं बिछाया गया है। जमीन पर ही बच्चों को बैठाकर पढ़ाया जाता है।
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