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मृतक सोनू मुंडा |
Namkum (Ranchi) : होली के दिन शनिवार को नामकुम थाना क्षेत्र के नामकुम रेलवे स्टेशन स्थित खटाल में दो पक्षों के बीच मामूली विवाद पर जमकर मारपीट हुई। दोनों पक्षों ने हरवे-हथियार से लैसे होकर एक-दूसरे के ऊपर हमला किया। जमकर तलवारबाजी हुई। इस घटना में गंभीर रूप से घायल सोनू मुंडा (40) की रविवार को इलाज के क्रम में मौत हो गई। वहीं, घायल सिंटू मुंडा, बिल्ला मुंडा और एक अन्य का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
कैसे हुई घटना
शुक्रवार को नामकुम रेलवे स्टेशन स्थित पेट्रोल पंप के सामने शराब दुकान पर गाड़ी की चाबी लेकर जोरार बस्ती और नामकुम खटाल के युवकों के बीच कहासुनी हो रही थी। विवाद बढ़ते-बढ़ते मारपीट तक पहुंच गई। बाद में सूचना मिलते ही पहुंची नामकुम थाना पुलिस और कुछ अन्य लोगों के समझाने-बुझाने से मामला शांत हो गया। दोनों पक्ष के युवक व उनके समर्थन में आए लोग अपने-अपने घर लौट गए। नामकुम थाने की पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से खटाल के पास पुलिस बल की तैनाती कर दी। इसके बाद भी वह लगातार गश्त लगाती रही। पुलिस ने होली के बाद इस मामले पर दोनों पक्षों की बैठक करने की बात कही।
घटना के दूसरे दिन खटाल पर नामकुम बस्ती के लोगों ने किया हमला
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स्थिति को संभालती पुलिस। |
घटना के दूसरे दिन शनिवार को के सैकड़ो की संख्या में महिलाएं व पुरुष लाठी-डंडे व तलवार लेकर नामकुम खटाल पहुंचे। और सभी लोग खटाल के अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे। इधर खटाल के लोग भी एकजुट होकर हरवे हथियार के साथ लैस होकर विरोधी पक्ष से भीड़ गए। दोनों पक्षों के लोगों ने हरवे-हथियार से एक दूसरे पर हमला शुरू कर दिया। इस तलवारबाजी में सोनू मुंडा को गंभीर चोट लगी। इस घटना के बाद नामकुम खटाल के पास जिला से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
मुआवजा व आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर रांची-मुरी मार्ग जाम
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विरोध में टायर जलाकर सड़क जाम करते लोग। |
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धरने पर बैठे दोवेंद्र महतो, फूलचंद तिर्की, सुंदरी तिर्की व अन्य। |
इधर विभिन्न आदिवासी संगठन व जेएलकेएम से जुड़े नेताओं ने मृतक सोनू मुंडा के स्वजन को मुआवजा व एक सरकारी नौकरी देने तथा हत्या के आरोपितों की अविलंब गिरफतारी की मांग को लेकर रांची-मुरी मार्ग को रविवार की दोपहर एक बजे के आसपास नामकुम के पास जाम कर दिया। जाम में आसपास के गांव से काफी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरूष शामिल हुए। सड़क जाम में पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष आरती कुजूर, आदिवासी जनपरिषद के अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सह कांग्रेस नेत्री सुंदरी तिर्की, जेएलकेएम के केन्द्रीय महासचिव देवेन्द्रनाथ महतो, रामपोदो महतो सहित अन्य शामिल है।
विधायक, पुलिस और सीओ के आश्वासन के बाद जाम हटा
स्थानीय विधायक राजेश कच्छप, टाटीसिलवे डीएसपी और नामकुम के सर्किल अफसर (सीओ) ने सड़क जाम कर रहे लोगों को सरकार से मुआवजा और नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने जाम हटा लिया। डीएसपी ने कहा कि हर हाल में चार दिन के अंदर सारे आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा। सीओ ने मुआवजे की प्रक्रिया 15 दिन के अंदर पूरी कर लेने का आश्वासन दिया। जबकि, विधायक ने लोगों से कहा कि वे यहां कोई वायदा नहीं करेंगे। सरकार से बात करके उचित मुआवजा दिलाएंगे।
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आरोपियों की दुकानों को तोड़ता बुलडोजर। |
योगी मॉडल पर कार्रवाई, बुलडोजर ने गिराए आरोपियों की दुकानें
धरने पर बैठे लोगों की मांग थी कि आरोपियों ने अवैध तरीके से सड़क की जमीन पर कब्जा करके दुकानें बना ली हैं। इन दुकानों में वे होटल की आड़ में अवैध रूप से शराब बेचते हैं। लोगों की मांग पर पुलिस और अंचल प्रशासन नेेे तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों की पांच दुकानों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया। पुलिस-प्रशासन की त्वरित कार्रवाई को लोग उत्तर प्रदेश के योगी मॉडल का न्याय बता रहे हैं। वहां मौजूद कुछ लोग यह भी कह रहे थे कि गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर और अब बुलडोजर एक्शन से ऐसा लग रहा है कि राज्य सरकार योगी मॉडल को न्याय दिलाने का आसान जरिए मानकर उसे अपना चुकी है।
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