नीरजा सहाय डीएवी पब्लिक स्कूल में वैदिक चेतना शिविर का आयोजन
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वैदिक चेतना शिविर का उद्घाटन करते विधायक सुरेश बैठा। |
Kanke (Ranchi) : नीरजा सहाय डीएवी पब्लिक स्कूल, कांके में शुक्रवार को वैदिक चेतना शिविर का आयोजन हुआ। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक सुरेश कुमार बैठा ने किया। सरस्वती वंदना से उद्घाटन सत्र का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि ने कहा, नीरजा सहाय डीएवी पब्लिक स्कूल प्रबंधन अपने स्थापना से ही कांके ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन कर रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में खेल का सुंदर स्टेडियम और एक पुस्तकालय का निर्माण होगा। उन्होंने चेतना शिविर में विद्यार्थियों को खेलकूद, संगीत, पर्यावरण, परिवार, संस्कृति, सभ्यता, गांव, समाज में समाहित शिक्षा की चेतना को बतलाया। साथ ही, कहा कि चेतनापूर्ण शिक्षा सर्वोतम शिक्षा है। मुख्य वक्ता रांची विश्वविद्यालय के स्नातकोतर हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. जंगबहादुर पांडेय थे। विशिष्ट अतिथियों राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर, धनबाद के संस्थापक प्राचार्य डॉ. वासुदेव प्रसाद, वाईबीएन यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. रामजी यादव, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका डॉ. ब्यूटी यादव, साईंनाथ यूनिवर्सिटी के प्रोवीसी डॉ. सूरज पी अग्रवाल, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. अंजेश कुमार अंजेश, राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. ओम प्रकाश थे। सभी अतिथियों का स्वागत विद्यालय के विद्यार्थियों ने शिक्षक सूर्यांशु के नेतृत्व में मनमोहक स्वागत गान से किया। शिविर का संचालन विद्यालय की शिक्षिका संगीता सिन्हा ने किया।
वैदिक चेतना का अर्थ सफलता से नहीं, जीवन की सार्थकता से है
प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए प्रो. डॉ. जंगबहादुर पांडेय ने कहा कि वैदिक चेतना शिविर का अर्थ हमारी सफलता से नहीं, बल्कि जीवन को सार्थक बनाने से है। प्राचार्या किरण यादव ने कहा कि वैदिक चेतना शिविर भारतीय ज्ञान परंपरा का घोतक है। वैदिक चेतना शिविर के विभिन्न सत्रों में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका डॉ ब्यूटी यादव, साईं नाथ यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ सूरज पी अग्रवाल, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ अंजेश कुमार अंजेश, राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के शिक्षक डॉ ओम प्रकाश ने भारतीय चेतना एक उच्च दिग्दर्शन, ज्ञान की खोज, नैतिक मूल्यों के संग बच्चों में संस्कार का परिसंचरण, भारतीय संस्कृति एवं संस्कार, आधुनिक समाज में वैदिक जीवन की प्रासंगिकता, जीवन जीने की कला जैसे विषयों पर अलग - अलग सत्रों को संबोधित किया। विद्यालय के शिक्षक अखंड नारायण ने हवन एवं राष्ट्रगान के साथ चेतना शिविर का समापन किया। वैदिक चेतना शिविर में डी ए वी नीरजा सहाय के छठी से बारहवीं तक के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Conscious education is the best in the entire education: Suresh Baitha
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