GA4-314340326 वैश्विक ज्वलंत समस्या बन गई है पर्यावरण प्रदूषण : प्राचार्य

वैश्विक ज्वलंत समस्या बन गई है पर्यावरण प्रदूषण : प्राचार्य

* देवघर सेंट्रल स्कूल में पृथ्वी दिवस पर संगोष्ठी सह प्रतियोगिता का आयोजन

प्राचार्य सुबोध झा के साथ पृथ्वी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल बच्चे।

Deoghar :  हिरणा स्थित देवघर सेंट्रल स्कूल में मंगलवार को पृथ्वी दिवस पर संगोष्ठी सह प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए स्कूल के प्राचार्य सुबोध झा ने कहा कि सभ्यता के विकास की सीढ़ी चढ़ते-चढ़ते हमनें अपने लिए अनेकानेक समस्याएं पैदा कर ली है। परिणामत: हम अपने ही बनाए चक्रव्यूह में फंस गए हैं। ऐसी ही एक वैश्विक ज्वलंत समस्या है पर्यावरण प्रदूषण। इसके चलते हमारे जीवन की मूलभूत जरूरतों यथा हवा, पानी, जमीन सब कुछ दूषित हो गये हैं। अब यह एक लाइलाज बीमारी बन गई है जिसका कोई स्पस्ट समाधान नहीं दिख रहा है। इस तरह  यह नील ग्रह पृथ्वी दिन प्रतिदिन हमारे लिए अनुपयुक्त होती जा रही है। इन्हीं बातों को ध्यान में रख कर हमारे पर्यावरणविदों ने 22 अप्रैल को हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया है। प्रत्येक वर्ष 1970 से लगातार विभिन्न विषयों पर यह दिवस   आयोजित की जाती है। 

छात्र-छात्राओं ने रखे अपने विचार

मौके पर  आयोजित भाषण प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने विचार रखे।  आशीष यादव ने कहा कि सभ्यता की दौड़ में अपनी गति बनाए रखने के लिए हमने स्वयं ही पृथ्वी की पर्यावरण संतुलन बिगाड़ कर रख दिया है। किशन कुमार ने कहा सड़क बनाने, उद्योग स्थापित करने, खनिज दोहन, यातायात की सुविधा के लिए जंगलों को उजाड़ा, पेड़ो को काटा और इसके संतुलन को बिगाड़ा है। हर्ष ने कहा कि हमें हर हाल में पृथ्वी को बचाना है। आर्यन राज ने इस वर्ष के थीम हमारी शक्ति, हमारी पृथ्वी पर बोलते हुए गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के इस्तेमाल पर जागरूक करने के लिए अधिक शक्ति केंद्रित करने की जरूरत बतलाया। अन्य बच्चों ने भी भाषण के माध्यम से अपने भावों से परिचित कराया। वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों यथा सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, जियोथर्मल एनर्जी, टाइडल एनर्जी के क्षेत्रविशेष में अधिकाधिक इस्तेमाल हेतु सुविधा उपलब्ध कराने हेतु माननीय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री झारखंड, को बच्चों ने एक अनुरोध पत्र भी प्रेषित किया। जनजागरूकता के लिए अन्य संस्थानों की तुलना में विद्यालय का दायित्व अधिक है क्योंकि यहां  भविष्य निर्माण का कार्य किया जाता है।। 

पोस्टर के जरिए जागरूकता का संदेश

जागरूकता के लिए बच्चों ने रंगविरंगी पोस्टर का भी बड़ी संख्या में निर्माण किया था और साथ ही साथ  इस विषय पर एक क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सृजा, आकांक्षा, सोनम, जोया, श्रद्धा व अन्य का विशेष योगदान रहा। उपरोक्त बातों की जानकारी मीडिया प्रभारी श्री दिलीप कुमार पांडेय ने दी।



Environmental pollution has become a global burning issue: Principal

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