* रजिस्टर-2 की सत्यापित कॉपी के लिए 14 महीने से आंदोलन कर रहे किसानों का टूटा धैर्य
* आवेदन शुल्क जमा करने के बाद भी सत्यापित कॉप नहीं दी जा रही
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धरने पर किसानों को समझाते पुलिसकर्मी। |
Amit Sahay / Giridih : झारखंड हाईकोर्ट और अपर समाहर्ता गिरिडीह के आदेश को तिसरी के अंचल अधिकारी द्वारा नहीं मानने, दो-दो बार आवेदन और शुल्क जमा करने के बाद भी 14 महीने से रजिस्टर-2 की सत्यापित कॉपी देने में आनाकानी करने से नाराज किसानों ने शुक्रवार को तिसरी ब्लॉक के सभी कर्मियों को बाहर निकालकर ऑफिस को अपने नियंत्रण में ले लिया। विदित हो कि तिसरी अंचल के 32 मौजा के किसानों से रजिस्टर-2 की सत्यापित प्रति देने के लिए 31 जनवरी 2024 को सीओ ने राशि अंचल नजारत में जमा करवाई थी, लेकिन आज तक रजिस्टर-2 की सत्यापित प्रति नहीं दी गई। इस कारण तिसरी अंचल के किसान, किसान जनता पार्टी के बैनर तले लगातार आंदोलन कर रहे हैं। दूसरी ओर, सीओ भू-माफिया के प्रलोभन में आकर रजिस्टर-2 की सत्यापित प्रति नहीं दे रहे हैं। उनकी हठधर्मिता से तंग आकर 10 अप्रैल से जमुआ, बगोदर और गांडेय अंचल की तरह तिसरी अंचल में भी हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में रजिस्टर-2 की सत्यापित प्रति देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे। किसान जनता पार्टी के तिसरी अंचल अध्यक्ष नीलम कुमारी, खुशबू देवी, अन्ना मुर्मू, दासो मुर्मू, मुंशी मुर्मू, सबीना हेंब्रम, घनश्याम पंडित आदि आंदोलनकारियों का यह कहना है कि पहले भी 16 दिनों तक लगातार शांतिपूर्वक धरना दिया गया था। पर, जनप्रतिनिधियों के संरक्षण की वजह से भ्रष्टाचार में आकंठ डूब चुके तिसरी अंचल अधिकारी गांधीवादी तरीका से सुनना नहीं चाहा, इसलिए विवश होकर हम किसान अब तिसरी अंचल अधिकारी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की भाषा में समझा रहे हैं।
Giridih: Farmers took control of the third block office
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