GA4-314340326 BodhGaya : सखी संग होली खेलने जापानी बाला पहुंची बोधगया

BodhGaya : सखी संग होली खेलने जापानी बाला पहुंची बोधगया

NBN/ Bodh Gaya

 भारतीय संस्कृति, भारतीय मिट्‌टी, भारतीय व्यंजन, पर्व-त्योहार और यहां के लोगों में गजब का आकर्षण है। यही कारण है कि जो एक बार भारत आ जाता है, वह जीवन में कभी भारतीयता के एहसास को भूल नहीं पाता है। हम बात कर रहे हैं जापान की युवती नानोइफुजीवरा का। नानोइ 13 साल पहले बिहार के विश्व प्रसिद्ध शहर बोधगया आई थीं। यहां वह भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधि वृक्ष का दर्शन करने के बाद घूमने निकलीं, तो उनकी मुलाकात ममता देवी से हुई। ममता Magadh University के पास रहती हैं। एक-दो दिन में ही दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई। नानोइ बोधगया घूमने के बाद जापान लौट गईं, लेकिन ममता से उनकी दोस्ती बनी रही। दोनों के बीच अक्सर फोन पर बातचीत होती रही। इसी बातचीत के क्रम में नानोइ ने होली में भारत आने की इच्छा जताई, पर तय नहीं था कि इसी बार आएंगी। लेकिन, वह जापान से अपने काम से दिल्ली आईं थी। वहां से अपनी सहेली ममता के साथ होली मनाने बोधगया आ गईं। यहां होटल में ठहरीं। इसके बाद शनिवार को ममता के घर जाकर  जमकर होली खेलीं। दोनों सहेलियों ने जमकर एक-दूसरे को रंग-अबीर लगाए। ममता कहती हैं कि नानोइ से मिलकर ऐसा लगता है कि वह मेरी सगी बहन है। हमारे बीच भाषा या संस्कृति कभी दीवार नहीं बनीं। हम पहली मुलाकात से ही पक्की सहेली बन गईं।

मैं अपनी सहेली के साथ होली खेलने आई हूं     

 


नानोइफुजीवरा कहती हैं- मैं अपने काम से पांच दिन पहले दिल्ली आई थी। यहां आने के बाद पता चला कि पांच दिन बाद ही होली आनेवाली है। यह जानने के बाद मुझे लगा कि सहेली से मिलने औज साथ होली खेलने का इससे अच्छा और कोई अवसर हो ही नहीं सकता है। फिर मैंने तुरंत निर्णय लिया और पहुंच गई बोधगया। यहां आकर सहेली के घर और उसके परिवार से साथ जमकर होली खेली। 

मुझे भारतीय परिधान और व्यंजन बहुत पसंद हैं

नानोइ कहती हैं- मुझे भारतीय परिधान और यहां के व्यंजन बहुत पसंद हैं। इसलिए, मैंने ममता के घर में भारतीय परिधान यानी साड़ी पहनकर होली खेली। बहुत मजा आया। ममता ने मुझे पुआ, पकौड़ा व दही बड़ा सहित कई तरह व्यंजन खिलाए। इनके स्वाद अद्भुत थे। 

जापान में होली की तरह मनाते हैं हड़का मत्सुरी 

नानोइ कहती हैं- हमारे यहां जापान में होली से मिलता-जुलता त्योहार हड़का मत्सुरी मनाते हैं। जिस तरह होली खेलने में मजा आता है, उसी तरह हड़का मत्सुरी में भी मजा आता है। यह त्योहार हमलोग होली की तरह ही हर साल मनाते हैं।


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