बीएसओ ने एक लाभुक के हाथ से थैला लेकर खुद राशन तौला, तो दो किलो कम निकला। इसके बाद उन्होंने लाभुकों के सामने ही राशन लीडर को लगाई कड़ी फटकार
Anup Mahto/ Silli
एक तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जनवितरण प्रणाली के तहत लाभुकों को उनकी जरूरत के मुताबिक राशन देने का दावा करते हैं, वहीं दूसरी ओर राजधानी रांची (Ranchi) के ग्रामीण क्षेत्रों में ही राशन डीलर उनके दावे की धज्जियां उड़ा रहे हैं।जिले के सिल्ली प्रखंड (Silli Block) में राशन डीलर (PDS Dealer) गांव के गरीब लाभुकों को निर्धारित वजन से कम राशन तो देते ही उसके साथ अक्सर दुर्व्यवहार भी करते हैं। गुरुवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया। प्रखंड के पिस्का में कार्डधारकों ने निर्धारित मात्रा से कम राशन देने,तय समय पर राशन नहीं देने और दो- बार अंगूठा का निशान लेकर एक माह का ही राशन देने का आरोप राशन डीलर रूपण गाड़ी के पति रामसाई उरांव पर लगाया। साथ ही, उन्हें घेर लिया और इसकी सूचना भी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी कमलनयन को दी। BSO कमलनयन ने भी सूचना को गंभीरता से लेते हुए तुरंत पिस्का पहुंचे।उन्होंने कार्डधारकों और ग्रामीणों की मौजूदगी में एक लाभुक के हाथ से राशन का थैला लेकर खुद वजन किया, तो निर्धारित मात्रा से 2 किलोग्राम राशन कम पाया गया। इसके बाद बीएसओ ने डीलर के पति को कड़ी फटकार लगाई।
डीलर का पति कहता था-मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा
लाभुकों और ग्रामीणों ने बीएसओ को बताया कि कभी समय पर राशन नहीं मिलता है। राशन के लिए उन्हें महीने में तीन-चार दिन काम छोड़कर डीलर के पास आना पड़ता है। इसके बाद डीलर और उसका पति दो-दो बार अंगूठा लगते हैं।एक माह का राशन देते हैं और स्लिप भी नहीं देते हैं। इसमें भी किसी को दो किलो तो किसी को चार किलो कम राशन देते हैं।शिकायत करने पर कहते हैं कि जहां शिकायत करना है कर दो, मेरा कोई कुछ बिगाड़ नही सकता है। यही स्थिति प्रखंड की किता, हरवाडीह व रायकोचा आदि के राशन डीलरों की भी है।
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