GA4-314340326 दस करोड़ की जमीन बेच सके, इसलिए सुरक्षित वनभूमि की टुंगरी को ही कर दिया गायब

दस करोड़ की जमीन बेच सके, इसलिए सुरक्षित वनभूमि की टुंगरी को ही कर दिया गायब

हेसलजारा में टुंगरी को काटकर समतल की गई जमीन।

Anil kumar Choudhary /Angara (Ranchi)  हेसलजारा में 10 करोड़ रुपए की जमीन को प्लॉटिंग करके बेच सके, इसलिए भू-माफिया ने सुरक्षित वनक्षेत्र की लगभग 20 फीट ऊंची टुंगरी (छोटा पहाड़) को गायब कर दिया। पिछले छह माह से टुंगरी को धीरे-धीरे काटकर गायब किया जा रहा है। टुंगरी की मिट्ट व पत्थर को लगातार जेसीबी मशीन से काटकर हटाया जा रहा है। आधे से अधिक टुंगरी को गायब कर दिया गया है। शुक्रवार को अनगड़ा के अंचल पदाधिकारी पुष्पक रजक ने अनगड़ा अंचल निरीक्षक रमेश रविदास व राजस्व कर्मचारी से इसकी जांच कराई। जांच में पाया गया कि हेसल मौजा के हेसल जारा में गैर-मजरूआ खाता संख्या 305 के प्लॉट संख्या 4581 कुल रकबा 17.5 एकड़ भूमि पर स्थित टुंगरी को जेसीबी से काटकर समतल किया गया है। बताया गया कि उक्त भूखंड के 4 एकड़ हिस्सा में सुरक्षित वन क्षेत्र है। सीओ ने इस मामले में जांच के लिए महिलोंग रेंजर राजेश कुमार व अनगड़ा थाना प्रभारी को पत्र लिखकर कारवाई करने को कहा। 

                        छह माह से धीरे-धीरे गायब की जा रही टुंगरी           

लगभग दस करोड़ रुपए के भूखंड को बेचने के लिए पिछले छह माह से सुरक्षित वनभूमि की लगभग चार एकड़ भूमि पर फैली हेसलजारा टुंगरी को धीरे-धीरे करके गायब किया जा रहा है। इस भूखंड के आसपास के क्षेत्रों में कई रैयती प्लाट हैं। टुंगरी को गायब करने से रैयती के साथ-साथ सुरक्षित वनभूमि को बेचा जा सकता है, इसलिए टुंगरी को गायब करने का चरणबद्ध अभियान चलाया जा रहा है। रिंग रोड के बगल में होने के कारण यहां की जमीन काफी महंगी बिक रही है। 

 सीओ ने कहा- दोषियों पर होगी कार्रवाई 

अनगड़ा के अंचल पदाधिकारी पुष्पक रजक ने बताया कि इस मामले की जानकारी होते ही जांच कराई गई है। चूंकि, टुंगरी सुरक्षित वनभूमि क्षेत्र में है। इसलिए, इसपर कार्रवाई के लिए महिलोंग रेंजर व अनगड़ा थाना प्रभारी को लिखा गया है। महिलोंग रेंजर राजेश कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। शनिवार को इस मामले को पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।  

  चार वर्ष पूर्व राजाडेरा में हो चुका है ऐसा मामला

हेसल राजस्व गांव के हेसल जारा में एक सौ एकड़ से अधिक भूमि गैरमजरूआ व वनभूमि नेचर की जमीन है। इनमें अधिकांश जमीन परती है। यहां से रिेंग रोड़ गुजरा है, इस कारण लगातार भू-माफिया की नजर इस भूखंड पर है। फर्जी डीड व फर्जी वंशावली बनाकर कई सरकारी भूखंड को बेच दिया गया। मामला संज्ञान में आने के बाद विभागीय कार्यवाही की जाती है। चार साल पूर्व तत्कालीन महिलोंग रेंजर आरके सिंह ने राजाडेरा में सुरक्षित वनभूमि के बेचे गये 3.82 एकड़ भूमि मामले को लेकर सीओ अनगड़ा को पत्र लिखा था। रेंजर के पत्र के आधार पर राजाडेरा की वनभूमि का अवैध रूप से किया गया दाखिल-खारिज को रद्द कर दिया था। 

                        वीडियो देखिए....





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