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प्रतिमा का अनावरण करते सांसद समीर उरांव। |
KANKE(Ranchi)। प्रदेश वासियों को पुरातन सामाजिक समरसता को तोड़ने का प्रयास करने वालों से सावधान रहने की जरूरत है। यह बात राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने रविवार को कांके प्रखंड के बोड़ेया गांव में कही। वे गांव के दो महान विभूतियों भूतपूर्व सैनिक स्वर्गीय सुकरा उरांव तथा समाजसेवी स्वर्गीय सुखराम पाहन की प्रतिमाओं का अनावरण करने के उपरांत ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। कहा कि भूतपूर्व सैनिक स्वर्गीय सुकरा उरांव ने गांव को एकजुट कर सद्भावना तथा सौहार्द स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं स्वर्गीय सुखराम पाहन ने अपनी आठ डिसमिल जमीन बिरसा मध्य विद्यालय के निर्माण के लिए दान में दी थी। आज चार दशक से इसमें गरीब आदिवासी और ग्रामीण बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कहा कि ऐसी विभूतियों से हम सभी को प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है। समाज का विकास और समृद्धि सौहार्द, सद्भाव और समन्वय के साथ ही संभव है। उन्होंने स्कूल को आगे बढ़ाने में अपने स्तर पर यथासंभव सहायता करने की बात भी कही। सांसद समीर उरांव ने स्कूल संचालन में अहम योगदान देने वाले प्रिंसिपल विजय उरांव, आदिवासी कल्याण समिति के अध्यक्ष परना उरांव, पद्मश्री मधु मंसूरी, नागपुरी कलाकार महावीर साहू सहित अन्य गणमान्य लोगों को कला, संस्कृति, समाजसेवा में अहम योगदान देने के लिए शॉल और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। इस मौके पर समाजसेवी गोविंद नारायण तिवारी, मुखिया संघ रांची के जिला अध्यक्ष सोमा उरांव, विरेंद्र नारायण तिवारी, वरीय भाजपा नेता अर्जुन राम, विश्वकर्मा पाहन, वरिष्ठ पत्रकार चंद्रेश्वर जी, पंचायत समिति सदस्य अमर तिर्की, डॉक्टर जया भगत, रामदास उरांव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
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