GA4-314340326 वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव बोले- जल, जंगल जमीन के साथ साथ वन्य जीवों का हो संरक्षण

वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव बोले- जल, जंगल जमीन के साथ साथ वन्य जीवों का हो संरक्षण

मांदर बजाते मंत्री रामेश्वर उरांव
Angara (Ranchi) झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव सोमवार को बीसा पंचायत सचिवालय में वन पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित मेला सह सांस्कृतिक में शामिल हुए। मेला का आयोजन ग्राम प्रधान संघ के रांची जिलाध्यक्ष उमेश कुमार बड़ाईक ने किया अध्यक्षता पूर्व मुखिया सुषमा बड़ाईक ने किया। वित्त मंत्री के अलावा कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सांसद संजय सेठ, पूर्व सांसद रामटहल चौधरी, पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, वरिष्ट पत्रकार हरिनारायण सिंह, रणधीर चौधरी व पूर्व जिला परिषद सदस्य रंथा महली थे। मौके पर लोगों ने संकल्प लेकर जंगल को बचाने का आहवान किया। साथ ही निर्णय हुआ की हर इंसान एक साल में पांच पांच पौधा का रोपण अवश्य करेगा। मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि मानव द्वारा असंतुलित वातावरण के जिम्मेवार हम स्वयं है। आज प्रकृति हमसे हिसाब चुका रही है। जल, जंगल जमीन को बचाने के साथ वन्य जीवों को भी बचाने की जरुरत है। संजय सेठ ने कहा की प्रकृति से जुडकर हम स्वस्थ रह सकते है। उन्होने लोगों को एक पौधा लगाने का संकल्प दिलाया। रामटहल चौधरी ने कहा कि मानव द्वारा वन का दोहन करने से वन और वन्य जीव का अस्तित्व खतरे में है। 

मंचासीन अतिथि
इस अवसर पर प्रसिद्ध नागपुरी कलाकारों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। रामकुमार पाहन ने बताया कि संस्कृति व पर्यावरण एक दूसरे के पूरक है। हमारा हर संस्कृति प्रकृति से जुड़ा है। और ग्रामीणों के प्रयास से प्रकृति संरक्षण को लेकर कई कार्य किया जा रहा है। उमेश कुमार बड़ाईक ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर मेला सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। मेला के माध्यम से लोगों से वन-संपदा को संरक्षण किये जाने का संकल्प कराया गया। भविष्य में और बेहतर कार्यक्रम किया जाएगा। इस अवसर पर अध्यक्ष कपिल बड़ाईक, रंथा महली, फागुराम बेदिया, भीम महतो, रन्थु भोगता, अजय महतो, प्रमोद सिंह, देवनारायण बेदिया, राजू महली, हर्षनाथ भोगता, बिगेश्वर महतो आदि उपस्थित थे।

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