अपने विचार रखते खिजरी विधायक राजेश कच्छप |
सुबोधकांत सहाय ने किया अपनी इकलौती बेटी को लांच
अपनी पुत्री स्नेहा के साथ सुबोधकांत सहाय व अन्य |
सम्मेलन से विधायक राजेश कच्छप के समर्थक रहे दूर
इस कार्यक्रम से विधायक राजेश कच्छप समर्थक दूरी बनाकर रहे। गोंदलीपोखर व अनगड़ा में उपस्थित रहने के बावजूद विधायक समर्थक कार्यकर्ता सम्मेलन में नही पहुंचे। कई कार्यकर्ता तो ऐसे भी थे जो सम्मेलन स्थल के सामने के होटल में चाय पीते रहे लेकिन सम्मेलन स्थल नही पहुंचे। अनगड़ा प्रखंड में कांग्रेस पार्टी संगठन दो गुटों में बंटी है। कांग्रेस पार्टी समर्थक व विधायक राजेश कच्छप समर्थक। जैसे ही इसकी जानकारी सुबोधकांत सहाय को हु़ई फोन करके विधायक राजेश कच्छप को बुलाया। राजेश कच्छप पहुंचे लेकिन दो-तीन समर्थक को छोड़कर विधायक के अन्य समर्थक सम्मेलन स्थल नही पहुंचे। करीब आधा घंटा बाद विधायक सम्मेलन से चले गये। गुटीय राजनीति के कारण ही सम्मेलन में आधा से अधिक कुर्सी खाली रही।
मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों को जन जन तक पहुंचाएं: सुबोधकांत सहाय
सुबोधकांत सहाय ने कहा कि देश की जनता वर्तमान सरकार के जनविरोधी नीतियों से त्रस्त आ गयी है। देश में सत्ता में बदलाव का समय आ गया है। मोदीजी के तानाशाही शासन में लोगों को उनके हक व अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। देश विदेशी कर्ज में दब गयी है। कहा कि मोदी सरकार के जनविरोधी नीतियों को जन जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रत्येक कार्यकर्ताओं की है। खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि राज्य सरकार की विकाश योजनाओं की जानकारी कार्यकर्ता आम जनता तक पहुचाये। रांची जिलाध्यक्ष डा. राकेश किरण महतो ने कहा कि कार्यकर्ता नये जोश व उत्साह से संगठन की मजबूती के लिए काम करें। आनेवाले समय में देश में कांग्रेस की सरकार स्थापित होगी। कर्नाटक से देश में बदलाव की लहर शुरू हो गई है।
विधायक राजेश कच्छप के निलंबन को कई नेता मान रहे अवसर
खिजरी विधायक राजेश कच्छप का निलंबन रदद नही होने से विधायक समर्थक नाराज है। हालांकि राजेश कच्छप पार्टी के कार्यक्रम में लगातार शामिल हो रहे है। पार्टी की मजबूती को लेकर कार्यक्रम भी चला रहे है। लेकिन तकनीकी रूप से निलंबन वापस नही हुआ है। एक साल पूर्व अचानक से विधायक समर्थक अनगड़ा प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष एतवा उरांव को हटाकर नारायण मुण्डा को अध्यक्ष बना दिया गया। यही से विवाद शुरू हुआ। मिशन 2024 के तहत सुबोधकांत सहाय को लोस का चुनाव लड़ना है। इसलिए सुबोधकांत स्वयं संगठन को दुरूस्त करने प्रखंड प्रखंड जा रहे है। लेकिन अनगड़ा प्रखंड में पार्टी की गुटीय राजनीति खत्म नही हुई तो इसका नुकसान लोस चुनाव में पार्टी को होगा। इधर राजेश कच्छप के निंलबन को कई नेता अपने लिए अवसर मान रहे है। आज के सम्मेलन में 2024 में होनेवाले झारखंड विस के चुनाव में खिजरी विस के कई संभावित उम्मीदवार भी शामिल हुए। इसमें प्रदेश महासचिव अमूल्य नीरज खलखो, प्रदेश सचिव बेलस तिर्की, कांके प्रखंड प्रमुख सोमनाथ मुण्डा, प्रदेश प्रवक्ता सतीस पाल मुजनी, खिजरी विस से कांग्रेस की पूर्व प्रत्याशी सुंदरी तिर्की शामिल थी।
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