GA4-314340326 ऑपरेशन के बाद मरीज का शरीर सुन्न, सिंहपुर नर्सिंग होम मूरी में भारी बवाल

ऑपरेशन के बाद मरीज का शरीर सुन्न, सिंहपुर नर्सिंग होम मूरी में भारी बवाल

 

डॉ. रमणेश के चेंबर में घुसकर हंगामा करते लोग।

Anup Mahto / Silli (Ranchi): मूरी के सिंहपुर नर्सिंग होम (Singhpur Nursing Home, Muri) में गुरुवार को जमकर बवाल हुआ। लोग अस्पताल के संचालक डॉ. रमणेश कुमार (Dr. Ramnesh Kumar) पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। साथ ही, प्रशासन से डॉ. रमणेश कुमार पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। लोगों का कहना था कि मरीज एकदम भला-चंगा था। लेकिन, ऑपरेशन में बरती गई लापरवाही के कारण उसकी हालत बिगड़ गई है, इसलिए डॉ. रमणेश कुमार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और मरीज के बेहतर इलाज में आनेवाला खर्च भी उठाना चाहिए। घंटों हंगामा चलता रहा। लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे, अंत में डॉ. रमणेश कुमार ने अपने लेटर पैड पर लोगों को लिखकर दिया, उसके बाद लोग शांत हुए और मरीज को बेहतर इलाज के लिए रांची के मेडिका अस्पताल में भेजा गया। 

क्या है मामला

दरअसल, डॉ. रमणेश कुमार के सिंहपुर नर्सिंग होम मूरी में 3 जुलाई को जयलाल महतो नाम का एक मरीज भर्ती हुआ था। उसके पेट में तकलीफ थी। डॉ. रमणेश ने उसे स्टोन (पथरी) की शिकायत बताकर आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उसके पेट का ऑपरेशन किया। लेकिन, ऑपरेशन के बाद उसकी स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ गई। मरीज के कमर से नीचे का हिस्सा सुन्न हो गया। काम करना बंद कर दिया। यह देखकर परिजन घबरा गए और अपने गांव में इसकी सूचना दे दी। इसके बाद गांव से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और अस्पताल में हंगामा करने लगे।

डॉ. रमणेश बोले- डब्ल्यूबीसी बढ़ने से शरीर हुआ सुन्न

इस संबंध में नवभास्कर (www.novbhaskar.com) ने जब डॉ. रमणेश कुमार से उनका पक्ष जानने के लिए उन्हें फोन किया, तो उन्होंने बताया कि मरीज के इलाज में या ऑपरेशन में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। अचानक मरीज के खून में डब्ल्यूबीसी की मात्रा बढ़ जाने के कारण उसके कमर से नीचे का हिस्सा काम नहीं कर रहा है। सुन्न पड़ गया है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी डॉक्टर यह नहीं चाहता कि उसके मरीज को कोई परेशानी हो। डॉक्टर मरीज की जान बचाने के लिए इलाज करता है, जान लेने के लिए नहीं।

डॉ. रमणेश ने लिखित आश्वासन दिया

हंगामे के बीच डॉ. रमणेश कुमार ने अपने लेटर पैड पर लिखकर ग्रामीणों को दिया कि मरीज जयलाल महतो को बेहतर इलाज के लिए मेडिका अस्पताल रांची भेज रहा हूं। अगर, इलाज के बाद भी मरीज स्वस्थ नहीं हुआ या उसकी मौत हो गई तो वे उसके परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी लेंगे।


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Patient's body numb after operation, huge ruckus in Singhpur Nursing Home Muri



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