GA4-314340326 आदिवासियों को वोट बैंक समझने का भूल न करें राजनेता: रामानंद बेदिया

आदिवासियों को वोट बैंक समझने का भूल न करें राजनेता: रामानंद बेदिया

सिल्ली के गेड़ेवीर में धूमधाम से मना विश्व आदिवासी दिवस। 
Anup Mahto/Silli (Ranchi) : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सिल्ली के गेड़ेवीर में बुधवार को प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर विभिन्न तरह के  कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। आदिवासी सभ्यता- संस्कृति पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम में आदिवासी सभ्यता, संस्कृति, रहन-सहन पर वक्ताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। झामुमो के सिल्ली विस प्रभारी सह टाटी पंचायत के मुखिया समाजसेवी रामानंदन बेदिया ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समाज के जल, जंगल, जमीन के अधिकार संरक्षित करने, अस्मिता, कला, संस्कृति के अस्तित्व को कायम रखने और शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना व आदिवासी समाज में जनजागृति लाना है। बेदिया ने कहा कि राजनेता आदिवासी समाज को केवल वोट बैंक बनाकर रखे हुए हैं। बड़े-बड़े सपना दिखाकर वोट ले लेते हैं और पांच साल झांकने तक नहीं आते। ऐसे राजनेताओं को चुनाव में सबक सिखाना होगा। एकता के साथ हमें अपने हक की लड़ाई लड़नी है। समारोह को मुंडा समाज के अगुवा कृष्णा मुंडा, उरांव समाज की जयंती देवी ने कहा कि आदिवासी किसी भी क्षेत्र में कमजोर नहीं है, केवल मंच पर लाने की जरूरत है। 

मेधावी छात्रों व खिलाड़ियों को मिला पुरस्कार 

समारोह में मैट्रिक के मेधावी छात्रों व खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया। साथ ही, आयोजन में सराहनीय योगदान देनेवाले सदस्यों को संविधान की प्रति देकर सम्मानित किया गया। संचालन भुनेश्वर बेदिया ने किया। समारोह को सफल बनाने में कीनूराम बेदिया, संजय बेदिया, अनिल सिंह मुंडा, सुनील बेदिया, जनार्दन बेदिया, अनिल मांझी, बीरू उरांव, नेहरू बेदिया, लखिराम बेदिया,  सोमरा मांझी,  देवेन्द्र  महेंद्र बेदिया,  रवींद्र बेदिया, प्रेमचंद्र मुर्मू आदि का सराहनीय  योगदान रहा।

वीडियो देखिए.....



Politicians should not make mistake of considering tribals as vote bank: Ramanand Bedia

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